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इन फिल्मों में कई फिल्में शामिल हैं, जो मेगा हिट गई हैं और इन फिल्मों में कॉमन ये है कि लगभग सभी फिल्मों का नाम N पर खत्म होता है। इस लिस्ट में  दीवाना, राम जानें, पठान, मैं हूं ना, जब तक है जान, डॉन, मॉय नेम इज खान, कभी अलविदा न कहना, कभी हां कभी ना, फिर भी दिल है हिंदुस्तानी शामिल हैं।     

Amitabh Bachchan-SRK: शाहरुख ने बिग बी से जुड़े एक सवाल के जवाब में कुछ ऐसा बता डाला जिसे सुनकर SRK और बिग बी दोनों के ही फैंस ख़ुशी से झूम उठे। तो चलिए बताते हैं क्या है पूरा माजरा!

Don 3:फरहान की डॉन और डॉन 2 बॉलीवुड की सफलतम फिल्मों में शुमार है। ऐसे में अब एक बार फिर फरहान इस फ्रेंचाइजी की तीसरी फिल्म लेकर आ रहे हैं। जिसका खुलासा खुद फरहान ने कर दिया है।

बाहुबली आनंद मोहन की रिहाई के बाद अब बिहार सरकार से दो और बड़े नाम वाले कैदियों को रिहा करने की मांग उठने लगी है। ये दोनों ही अगड़ी जाति के हैं। जिन अगड़ी जाति के नेताओं की रिहाई की मांग उठ रही है, उनमें से एक का नाम प्रभुनाथ सिंह और दूसरे का अनंत सिंह है। एक को उम्रकैद और दूसरे को 10 साल की कैद हुई थी।

माफिया और डॉन मुख्तार अंसारी के बाद अब उसके विधायक बेटे अब्बास अंसारी की मुश्किल बढ़ गई है। अब्बास अंसारी को शुक्रवार देर रात प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने गिरफ्तार कर लिया। 9 घंटे तक प्रयागराज के दफ्तर में अब्बास से पूछताछ के बाद पहले उनको हिरासत में लिया गया और उसके बाद गिरफ्तारी की गई।

पुलिस ने अब्बास पर 12 अक्टूबर 2019 को केस दर्ज किया था कि उसने मेट्रो सिटी में रहते वक्त 2012 में डबल बैरल गन के लिए लाइसेंस लिया। फिर इस लाइसेंस को दिल्ली के पते पर ट्रांसफर कराया और एक ही लाइसेंस पर कई हथियार खरीदे।

पंजाब के जेल मंत्री ने आगे खुलासा किया कि मुख्तार अंसारी को यूपी न भेजने के लिए पंजाब सरकार ने सुप्रीम कोर्ट में जो कानूनी लड़ाई लड़ी, उसके लिए 11 लाख रुपए हर पेशी लेने वाले एक सीनियर वकील को रखा गया। इस वकील पर पंजाब सरकार ने 55 लाख रुपए खर्च किए।

आरोप है कि इस साल 3 मार्च को विधानसभा चुनाव प्रचार के दौरान सदर विधानसभा सीट से सुभासपा उम्मीदवार रहे अब्बास अंसारी ने पहाड़पुर मैदान में जनसभा के दौरान कहा था कि सपा सरकार बनने पर वो अखिलेश यादव से कहेंगे कि अफसरों का छह महीने तक ट्रांसफर न किया जाए, ताकि उनसे हिसाब किताब किया जा सके।

धूमनगंज के निवासी सूरज पाल ने पुलिस से शिकायत की है कि उसकी जमीन भीटी असदुल्लापुर गांव में है। नवंबर 2021 में वो जमीन पर काम करा रहा था। तभी खालिद जफर, मोहम्मद माज, मोहम्मद मुस्लिम, दिलीप कुशवाहा, मोहम्मद हसन और दो अज्ञात आए। उन्होंने इस जमीन को अतीक के भाई अशरफ का बताया।

इससे पहले कई जिलों में योगी के बुलडोजर से खौफ खाकर बदमाशों ने पुलिस थानों में पहुंचकर सरेंडर भी किया था। बीते दिनों रेप के एक आरोपी के घर को गिराने के लिए जब पुलिस बुलडोजर लेकर पहुंची, तो उसने भी भीगी बिल्ली की तरह थाने पहुंचकर घर न गिराए जाने की गुहार लगाई थी।