गैंगस्टर एक्ट के तहत कम से कम 2 और अधिकतम 10 साल की सजा है। अगर मुख्तार के साथ उसके भाई अफजाल को दोषी ठहराया जाता है और सजा दी जाती है, तो उसकी लोकसभा सदस्यता चली जाएगी। मुख्तार अंसारी पहले ही तीन मामलों में सजायाफ्ता है।
कृष्णानंद राय के मर्डर केस से डॉन मुख्तार अंसारी और अफजाल दोनों ही 2019 में बरी हो चुके हैं। मुख्तार को कोर्ट ने रुंगटा अपहरण केस में भी बरी कर दिया, लेकिन कोर्ट ने कहा था कि मुख्तार और अफजाल ने रसूख की वजह से गवाही नहीं होने दी थी। ऐसे में डॉन और उसके भाई दोनों को ही गैंगस्टर एक्ट में सजा हो सकती है।
कृष्णानंद राय के मर्डर केस से डॉन मुख्तार अंसारी और अफजाल दोनों ही 2019 में बरी हो चुके हैं। मुख्तार को कोर्ट ने रुंगटा अपहरण केस में भी बरी कर दिया, लेकिन कोर्ट ने कहा था कि मुख्तार और अफजाल ने रसूख की वजह से गवाही नहीं होने दी थी। ऐसे में दोनों को गैंगस्टर एक्ट में सजा सुनाई जा सकती है।
कोर्ट में शनिवार को इस मामले में अभियोजन और बचाव पक्ष की दलीलें खत्म हो गईं। कोर्ट ने इसके बाद फैसला सुरक्षित रख लिया। मुख्तार अंसारी और अफजाल पर ये मामला 14 साल पुराना है। 22 नवंबर 2007 को मोहम्मदाबाद थाने में वाराणसी और भांवरकोल मामले पर मुख्तार और अफजाल पर गैंगस्टर एक्ट का केस दर्ज किया गया था।
डॉन मुख्तार अंसारी इस वक्त यूपी की बांदा जेल में है। वो पिछली बार विधानसभा चुनाव नहीं लड़ा था। उसके बेटे को सुभासपा पार्टी ने चुनाव लड़वाकर विधायक बनाया है। मुख्तार के तमाम गुर्गों के खिलाफ भी ईडी और अन्य जांच एजेंसियों की कार्रवाई जारी है।
Mukhtar Ansari :एक बार फिर से मुख्तार अंसारी सुर्खियों में है, लेकिन इस बार उसके सुर्खियों में होने की वजह कुछ और है। इस बार वो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे वीडियो को लेकर सुर्खियों में है। अब आप सोच रहे होंगे कि आखिर उस वीडियो में ऐसा क्या है। तो चलिए पहले हम आपको वो वीडियो दिखाते हैं, जो कि अभी सुर्खियों में है। इसके बाद आपको आगे का कुछ किस्सा बताएंगे।
गुरुवार को लखनऊ विकास प्राधिकरण ने माफिया मुख्तार अंसारी(Mukhtar Ansari) के खिलाफ बड़ी कार्रवाई की थी। डालीबाग में करीब 10 हजार वर्गफुट में बनी दो इमारतों को जमींदोज कर दिया गया।