Flood

IMD Weather Update: गुजरात, यूपी और मध्य प्रदेश में बारिश कहर की तरह बरस रही हैं। कई इलाके पानी में पूरी तरह डूब गए हैं। गुजरात के जूनागढ़ में बादल फटने के बाद से हालत खराब हैं। मवेशी और गाड़ियां सड़कों पर तैरती दिख रही हैं। खेतों में इतना पानी भर गया है कि खड़ी फसल भी नहीं दिख रही हैं

उधर, देश के कुछ हिस्सों में अभी ठीक से बारिश नहीं हुई है। पूर्वी भारत के कुछ हिस्सों के बारे में मौसम विभाग का कहना है कि इन इलाकों में सामान्य बारिश भी अभी दर्ज नहीं की गई है। इससे यहां धान की फसल को खतरा है। हालांकि, अभी बारिश का मौसम बचा है। ऐसे में किसानों की उम्मीद अभी कायम है।

UP Rain: खबरों के मुताबिक, रायबरेली में 5, मैनपुरी और बरेली में 4, बागपत इटावा, उन्नाव, आगरा में एक-एक लोगों की मौत हुई है। वहीं जालौन, कानपुर देहात, कन्नौज, गाजीपुर में 2-2 लोगों ने अपनी जान गंवाई है। वहीं मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने पीड़ित के परिजनों को 4-4 लाख की आर्थिक राशि देने के निर्देश भी दिए है।

Yogi Adityanath : बाढ़ग्रस्त जनपदों के दौरे के क्रम में सीएम योगी सबसे पहले बलरामपुर पहुंचे, जहां उन्होंने कहा कि यहां के 280 से अधिक गांव बाढ़ से प्रभावित हैं। मैंने अभी उतरौला और बलरामपुर सदर के गांवों का निरीक्षण किया है।

Pakistan Flood: अपने आर्थिक हालात और बाढ़ से पैदा हुई स्थिति पर विदेशी सरकारों से संपर्क करने के बारे में पाकिस्तान के वित्त मंत्री ने जानकारी दी है।

MP: हादसे का शिकार हुए जवान को खोजने के लिए पिछले 20 घंटों से रेस्क्यू अभियान चलाया जा रहा है। रेस्क्यू करने वाली एसडीआरएफ टीम को अभी तक सफलता नहीं मिली है। मिली जानकारी के अनुसार, ये मामला उमरिया जिले के चंदिया थाना के अन्तर्गत आने वाले एक गांव करईहा का है

देश के कई राज्यों में भारी बारिश, बाढ़ और जमीन खिसकने की घटनाओं में 30 से ज्यादा लोगों की मौत हो गई है। इन आपदा की चपेट में आए 17 लोग लापता है। सबसे ज्यादा मौतें उत्तर में पहाड़ी राज्य हिमाचल प्रदेश में हुई हैं। यहां के मंडी, कांगड़ा और चंबा में सबसे ज्यादा कुदरत ने कहर बरपाया है।

Amarnath Cave Cloudburst: सेना, आईटीबीपी और एनडीआरएफ की टीमें बचाव और लापता लोगों की खोजबीन में जुटी हैं। केंद्र शासित प्रदेश की सरकार ने स्वास्थ्य कर्मचारियों की छुट्टी रद्द कर दी है। कई हेल्पलाइन नंबर जारी किए गए हैं। ताकि देशभर में जिनके रिश्तेदार यहां आए थे, उनकी जानकारी ली जा सके। बारिश की वजह से हालात काफी विषम हैं।

बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने सोमवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को बताया कि हाल के वर्षो में नेपाल बाढ़ रोकने के कार्यो में सहयोग नहीं कर रहा है।

प्रधानमंत्री कार्यालय (पीएमओ) ने बताया कि देश में दक्षिण-पश्चिम मानसून और बाढ़ की वर्तमान स्थिति से निपटने के वास्ते तैयारियों की समीक्षा के लिए असम, बिहार, उत्तर प्रदेश, महाराष्ट्र, कर्नाटक और केरल बैठक में शामिल हुए। बैठक में बाढ़ के संकट को रोकने के लिए विस्तार से चर्चा की गई।