PEW Research: पीवाईयू रिसर्च सेंटर का अध्ययन भारत के वैश्विक प्रभाव के आसपास की धारणाओं में एक व्यापक अंतर्दृष्टि प्रदान करता है। विभिन्न देशों और जनसांख्यिकी की प्रतिक्रियाएँ अंतर्राष्ट्रीय क्षेत्र में, विशेषकर प्रधान मंत्री मोदी के नेतृत्व में, भारत की स्थिति पर प्रकाश डालती हैं।
S Jaishankar: लंदन में घटित हुई इस घटना जिसका जिक्र विदेश मंत्री जयशंकर ने किया, उसके कई वीडियो सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर वायरल हो गए। विदेश मंत्री एस जयशंकर ऐसे किसी भी भारत विरोधी एजेंडे को स्वीकार नहीं करते हैं। इससे ये भी स्पष्ट होता है कि भारत के विदेश मंत्री ने इस मुद्दे को गंभीरता से लिया है और खालिस्तान समर्थकों की हिंसा की कड़ी निंदा की है। इससे पहले एस जयशंकर ने ब्रिटिश सरकार पर सुरक्षा दायित्वों को पूरा करने में विफल रहने का आरोप लगाते हुए कहा कि भारत सुरक्षा के अलग-अलग मानकों को स्वीकार नहीं किए जाने की बात कही थी।
PM Modi: न्यूजीलेंड की प्रधानमंत्री ने अपने संबोधन में कहा कि, "न्यूजीलैड और भारत के बीच बहुत सी चीजें एकसमान हैं। उन्होंने कहा प्रधानमंत्री मोदी की विदेश नीति और जयशंकर के प्रयासों से दोनों देशों के बीच संबंध निरंतर मजबूत हो रहे हैं और आने वाले समय में आपसी साझेदारी की व्यापक संभावनाएं स्पष्ट दिखाई दे रही हैं।"
आनंद शर्मा ने एक बयान में कहा, एक दिशाहीन विदेश नीति का विदेश मंत्री डॉ. एस. जयशंकर द्वारा बचाव किया जाना अच्छा लगा।
राहुल गांधी के इन सवालों का जवाब दिया है खुद विदेश मंत्री एस जयशंकर ने। उन्होंने राहुल गांधी को प्वाइंट टू प्वाइट पूरी विदेश नीति समझाई है।