LAC Row: बता दें कि PP-15 में चीन और भारत की सैनिकों के बीच दूरी वो 100 मीटर से भी कम की थी। इसी वजह से बड़ा प्लैश प्वाइंट माना जा रहा था कि कभी भी दोनों देशों की सेना किसी विवाद के चलते बड़ा सर्घष में ना बदल जाए और इसीलिए पिछली बार दोनों देशों के कोर कमांडर के बीच जो बैठक हुई थी उसमें सहमति बनी थी कि इस प्वाइंट से भी दोनों देशों की सेना पीछे हट जाए।