gqg partners

पिछले 6 दिन से गौतम अडानी की कंपनियों के शेयरों में तेजी दिखाई दे रही है। उनकी कई कंपनियों के शेयर में अपर सर्किट भी लग चुका है। इससे पहले अडानी ग्रुप की कंपनियों के शेयरों में लगातार लोअर सर्किट लगने से निवेशकों का बुरा हाल हुआ था। गौतम अडानी की नेटवर्थ भी करीब 15 अरब डॉलर गिर गई थी।

राजीव जैन जीक्यूजी पार्टनर्स के चेयरमैन और सह संस्थापक हैं। इसके अलावा वो ग्रुप के चीफ इन्वेस्टमेंट अफसर भी हैं। जीक्यूजी किन कंपनियों में निवेश करेगा, ये फैसला राजीव जैन ही करते हैं। जीक्यूजी से पहले वो वॉनटोबेल एसेट मैनेजमेंट में चीफ इन्वेस्टमेंट अफसर थे।

गौतम अडानी पहले दुनिया के तीसरे नंबर के अमीर शख्स थे, लेकिन 24 जनवरी को हिंडेनबर्ग रिसर्च की रिपोर्ट आने के बाद अपने ग्रुप की कंपनियों के शेयर के भाव लगातार गिरने से वो लगातार अमीरों की लिस्ट में गिरते रहे। अब वो फिर उछलकर 26वें नंबर के अमीर शख्स बन गए हैं।

शॉर्ट सेलर हिंडेनबर्ग रिसर्च की रिपोर्ट में तमाम सवाल खड़े किए जाने से अडानी ग्रुप की हालत 24 जनवरी से खराब होती गई। कंपनी के शेयर्स की कीमत गिर गई। नेटवर्थ में कमी से दुनिया के तीसरे नंबर के अमीर से गौतम अडानी 32वें नंबर पर लुढ़क गए, लेकिन बीते गुरुवार से अडानी ग्रुप के शेयर्स में फिर तेजी देखी जा रही है।

एलआईसी ने पहले बताया था कि उसने अडानी ग्रुप में 32127 करोड़ रुपए का निवेश किया है। उधर, अडानी के शेयर्स में उछाल से ग्रुप को 27000 करोड़ का कर्ज देने वाले स्टेट बैंक ऑफ इंडिया (एसबीआई) की किस्मत भी शुक्रवार को खुली। निवेशकों के भरोसे की वजह से एसबीआई के शेयर्स में 5 फीसदी उछाल आया।