gulam nabi azad

Rajya Sabha Polls: राज्यसभा के लिए होने वाले चुनाव कांग्रेस आलाकमान यानी गांधी परिवार के लिए बड़ी मुसीबत बन गए हैं। एक तरफ उम्मीदवारों के नाम और टिकट न मिलने से नेता नाराज हैं। वहीं, बीजेपी ने भी महाराष्ट्र और राजस्थान में दांव खेल दिया है।

Tehseen Poonawalla: तहसीन पूनावाला ने कहा था कि, "गुलाम नबी(Gulam Nabi Azad) जी ने कांग्रेस(Congress) पर जो सार्वजनिक रूप से सवाल खड़े किए हैं, ऐसे में मैं उनसे ही पूछना चाहता हूं कि, आखिर बिहार में एक स्टार प्रचारक के रूप में उन्होंने खुद कितनी रैलियां कीं?

Congress: इससे पहले गुलाम नबी आजाद(Gulam Nabi Azad) ने पार्टी की मौजूदा हालत पर कहा था कि, "हमारा ढ़ांचा कमजोर है, हमें ढ़ांचा पहले खड़ा करना पड़ेगा। फिर उसमें कोई भी नेता हो चलेगा। सिर्फ नेता बदलने से आप कहेंगे कि पार्टी बदल जाएगी, बिहार आएगा, मध्य प्रदेश(Madhya Pradesh) आएगा, उत्तर प्रदेश आएगा, नहीं वो सिस्टम से बदलेगा।"

बता दें कि बीते दिनों में पार्टी के प्रदर्शन में लगातार गिरावट देखने को मिल रही है इसपर चिंता जताते हुए कपिल सिब्बल(Kapil sibbal), गुलाम नबी आजाद(Gulam Nabi Azad), आनंद शर्मा(Anand Sharma), मुकुल वासनिक, जितिन प्रसाद, शशि थरूर और मनीष तिवारी समेत कई नेताओं ने कांग्रेस नेतृत्व को स्वहस्ताक्षरित पत्र लिखा था।

आपको बता दें कि हाल ही में गुलाम नबी आजाद(Gulam Nabi Azaad) ने कांग्रेस(Congress) पार्टी में संगठन चुनाव कराने और इसी से अध्यक्ष चुनने की वकालत की थी। उन्होंने कहा था कि नियुक्त अध्यक्ष को एक प्रतिशत कार्यकर्ताओं का भी समर्थन प्राप्त नहीं होता है। 

आजाद(Gulam Nabi Azad) उन लोगों की कड़ी आलोचना की, जो पार्टी में संगठन चुनाव कराए जाने पर विरोध किया है। उन्होंने कहा कि जो लोग वफादारी का दावा कर रहे हैं, वे वास्तव में सस्ती राजनीति कर रहे हैं और पार्टी और राष्ट्र के हितों के लिए हानिकारक हैं।