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How To Apply On CAA Portal: इन सभी प्रक्रियाओं को पूरा करने के बाद व्यक्तियों को संबंधित अधिकारी के पास जाना होगा। विजिट करने पर उनके सभी दस्तावेजों का सत्यापन किया जाएगा। यदि प्रस्तुत किए गए सभी दस्तावेजों का सत्यापन सफल होता है, तो संबंधित अधिकारी द्वारा व्यक्ति को शपथ लेने के लिए बुलाया जाएगा।

Citizenship Law: गृह मंत्रालय की ओर से जारी निर्देश के मुताबिक, पाकिस्तान, बांग्लादेश और अफगानिस्तान से पलायन करने वाले गैर-मुस्लिमों को पहले इन तीन देशों में से किसी एक में अपना निवास साबित करना होगा।

हिंदू पक्ष का दावा है कि 1669 में औरंगजेब की तरफ से वाराणसी (काशी) में आदि विश्वेश्वर मंदिर को ढहाकर वहां ज्ञानवापी मस्जिद तामीर कराई गई। हिंदू पक्ष की 5 महिलाओं ने ज्ञानवापी परिसर में माता शृंगार गौरी की रोज पूजा-अर्चना करने देने की याचिका कोर्ट में दी है। इस खबर में पढ़िए ज्ञानवापी मस्जिद के विवाद की गाथा।

UCC Uttarakhand: भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने पिछले विधानसभा चुनाव के दौरान उत्तराखंड में समान नागरिक संहिता लागू करने का वादा किया था। इसी प्रतिबद्धता के चलते मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी की सरकार बनने के बाद यूसीसी पर काम करने के लिए एक विशेषज्ञ समिति का गठन किया गया।

आचार्य प्रमोद कृष्णम पहले प्रियंका गांधी वाड्रा के यूपी में सलाहकार भी रहे हैं। वो यूपी कांग्रेस के प्रवक्ता हैं। एक बार ऐसे ही एक विवाद पर कांग्रेस के मीडिया प्रभारी और सांसद जयराम रमेश से भी ट्विटर पर उनकी जंग हो चुकी है।

तिरुवनंतपुरम में कांग्रेस के दिग्गज नेता और पूर्व रक्षा मंत्री एके एंटनी ने हिंदुओं के बारे में बयान दिया। इसी बयान को आधार बनाकर बीजेपी ने कांग्रेस पर निशाना साधा है। पहले आपको बताते हैं कि एंटनी ने हिंदुओं के बारे में कांग्रेस कार्यकर्ताओं से क्या कहा, जिसे लेकर अब पार्टी सवालों के घेरे में है।

Gujarat Election: बता दें कि गृह मंत्रालय की तरफ से जारी किए अधिसूचना में लिखा गया है कि नागरिकता संशोधन अधिनियम 1955 के तहत गुजरात के आणंद और मेहसाणा जिले में रहने वाले अफगानिस्तान, बांग्लादेश और पाकिस्तान से आए हिंदू, सिख, पारसी, जैन और ईसाईयों को नागरिकता देने के लिए अधिसूचित किया जाता है। इसके साथ नोटिफिकेशन में ये भी कहा गया है कि वहां के डीएम नागरिकता प्रदान कर सकते है। 

पुलिस ने उक्त प्रकरण को संज्ञान में लेने के बाद कार्रवाई का सिलसिला शुरू कर दिया है। अब ऐसी स्थिति में यह पूरा माजरा क्या रुख अख्तियार करता है। इस पर सभी की निगाहें टिकी रहेंगी, लेकिन उससे पहले आप यह जान लीजिए कि राधारमण ने एक वीडियो भी साझा किया है, जिसमें एक जिहादी नामक बीमारी से ग्रसित शख्स शिवलिंग में पेशाब करता हुआ नजर आ रहा है।

राणा अयूब खुद को पत्रकार बताती हैं। उनके लेख अमेरिका में छपते हैं। राणा ने बीते दिनों अमेरिकी सरकार से अपील की थी कि वो भारत में मुसलमानों पर हो रहे कथित अत्याचार को रुकवाए। आए दिन राणा अयूब मोदी विरोध करते-करते देश विरोधी बातें भी लिखती हैं।

सीएए के विरोध में एक साल तक दिल्ली और देश के अलग-अलग राज्यों में धरना प्रदर्शन और हिंसा की घटनाएं हुई थीं। यहां तक कि सीएए विरोधी प्रदर्शन के दौरान जब अमेरिका के तत्कालीन राष्ट्रपति डोनल्ड ट्रंप दिल्ली आए थे, तब भी हिंसा की घटनाओं को अंजाम दिया जा रहा था।