COVID-19: इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ साइंस (IISc) और वैज्ञानिक एवं औद्योगिक अनुसंधान परिषद (CSIR) के सूक्ष्मजीवी तकनीक विभाग ने एक ऐसा नया तंत्र विकसित किया है। विभाग ने जो तंत्र विकसित किया है उसके तहत वैज्ञानिक सीधे कोरोना वायरस (SARS-CoV-2) को ही असक्रिय यानी इसके असर को न के बराबर कर देंगे।
बता दें कि कोरोनावायरस के बारे में ज्यादा से ज्यादा जानकारी जुटाने में वैज्ञानिक दिन-रात लगे हुए हैं। इसी कड़ी में वैज्ञानिकों ने अब एक नई खोज की है। शोधकर्ताओं के अनुसार ज्यादातर कोविड-19 वैक्सीन कैंडिडेट कोरोनावायरस के स्पाइक प्रोटीन को पहचान कर संक्रमण से लड़ने के लिए इम्यून सिस्टम को प्रशिक्षित कर रहे हैं।