राहुल गांधी ने शनिवार को ट्वीट करते हुए लिखा, 'देशभक्त लद्दाखी चीनी घुसपैठ के खिलाफ आवाज उठा रहे हैं। वे चिल्ला चिल्ला कर आगाह कर रहे हैं। उनकी चेतावनी को नजरअंदाज करना भारत को महंगा पड़ेगा। भारत की खातिर, कृपया उन्हें सुनें।'
मंगलवार को इस बैठक का आयोजन भारत की तरफ चुशूल में किया गया जबकि पहले की दो बैठकें चीन की तरफ मोल्डो में हुई थी। सूत्र के मुताबिक, मौजूदा गतिरोध के दौरान सभी विवादास्पद क्षेत्रों में स्थिति को स्थिर करने की दिशा में चचार्एं हुईं।
चीनी अखबार ग्लोबल टाइम्स की मानें तो झड़प के दौरान चीन के 5 सैनिक भी मारे गए हैं। लेकिन अब अखबार इस पूरे मामले पर भारतीय मीडिया को झूठा कह रहा है और बता रहा है कि ऐसी किसी भी खबर के बारे में उनकी तरफ से पुष्टि नहीं की गई है।