जेएनयू में कुछ बच्चे बेचारे यूनिवर्सिटी स्टाफ के पास स्कॉलरशिप मांगने गए, जो कि उनक हक है। स्कॉलरशिप तो हिंदुस्तान में पढ़ने वाले हर बच्चे का जन्मसिद्ध अधिकार है। अगर कोई बच्चा छात्रवृत्ति के काबिल है , तो उसे ये मिलना चाहिए, लेकिन नहीं, देश ही नहीं, बल्कि दुनिया के सर्वप्रतिष्ठित शैक्षाणिक संस्थान यानी जेएनयू में अगर आप पढ़ते हैं, तो भूल करके भी स्कॉलशीप लेने मत चले जाइएगा, नहीं तो कूट दिए जाएंगे।
दिल्ली के जवाहर लाल नेहरू विश्वविद्यालय के एक छात्र पर देश विरोधी ट्वीट करने के चलते एफआईआर दर्ज की गई है। इससे एक बार फिर जेएनयू सुर्खियों में आ गया है।
शरजील को इस मामले से जुड़े होने को लेकर सोमवार को गिरफ्तार किया गया और एक दिन की पुलिस हिरासत में भेज दिया गया। उसकी रिमांड अवधि खत्म होने के बाद उसे मंगलवार को अदालत में पेश किया गया। दिल्ली पुलिस ने मामले में दायर आरोप-पत्र में उसे लोगों को उकसाने के लिए नामजद किया है।
देशद्रोह के मामले में गिरफ्तार जवाहरलाल नेहरू यूनिवर्सिटी (जेएनयू) स्टूडेंट शरजील इमाम को लेकर एक और बड़ा खुलासा हुआ है। सूत्रों के मुताबिक दिल्ली पुलिस को शरजील इमाम के बैंक खाते में विदेशी फंडिंग के सबूत मिले हैं।
कुलपति ने उम्मीद जताई है कि बाकी बचे हुए अन्य छात्र भी जल्द ही अपने पंजीकरण की प्रक्रिया को पूरा कर लेंगे। जेएनयू में अभी भी इस सेमेस्टर के पंजीकरण के लिए प्रक्रिया जारी है।
जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय (जेएनयू) के छात्र अब नए शैक्षणिक सत्र का शुल्क भरने को राजी हो गए हैं। हालांकि छात्रों ने बढ़ी हुई हॉस्टल फीस का बहिष्कार जारी रखने का फैसला लिया है।