Sharad Pawar : भाजपा के 200 से ज्यादा सांसद हैं और 21 सदस्यों वाली जेपीसी में उसके अधिकतम सदस्य बने रहेंगे। विपक्ष के 5 से 6 सांसद ही इसमें मौजूद होंगे। ऐसे में इतनी कम संख्या होने पर विपक्षी सांसद के लिए एक प्रभावशाली भूमिका अदा कर पाना बेहद मुश्किल होगा। लेकिन यदि ये जानने के बाद भी विपक्ष इस बात पर अड़ा है, कि नहीं चाहे जो भी हो जेपीसी की जांच जरूरी है तो फिर मेरे पास विपक्ष के साथ खड़े होने के आलावा कोई विकल्प नहीं है।
Congress : जेपीसी की मांग को शरद पवार ने जब स्वीकृत नहीं किया, तो अलका ने ये ट्वीट करते हुए उनपर निशाना साधा था, लेकिन इसके बाद बीजेपी इसको लेकर अलका पर हमलावर हो गई, महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडनवीस ने इस ट्वीट के जवाब में कहा, राजनीतिक बदलाव होते हैं, राजनीति आएगी, जाएगी, लेकिन भारत के सबसे वरिष्ठ नेताओं में शुमार और महाराष्ट्र के चार बार के मुख्यमंत्री, अव्वल मौजूदा समय में कांग्रेस के भरोसेमंद साथी पर कांग्रेस की ये टिप्पणी भयावह है। जो पार्टी 35 साल से आपकी सहयोगी रही उसके नेता पर ये टिप्पणी अशोभनीय है, राहुल गांधी भारत की राजनीतिक संस्कृति को विकृत कर रहे हैं।
शरद पवार का ये बयान आने के बाद कांग्रेस ने सधी हुई प्रतिक्रिया दी है। एबीपी न्यूज के मुताबिक कांग्रेस के सांसद और मीडिया प्रभारी जयराम रमेश ने कहा कि ये शरद पवार के निजी विचार हो सकते हैं। जयराम रमेश ने बयान में कहा है कि अडानी के मामले में विपक्ष के 19 दल एक साथ हैं। इसे सभी गंभीर मानते हैं।
उधर, विपक्षी दलों की अडानी मुद्दा उठाकर मोदी सरकार को घेरने की रणनीति के बीच केंद्र सरकार ने संसद से बजट को पास कराने का फैसला कर लिया है। बीजेपी की तरफ से आज लोकसभा में अपने सांसदों को मौजूद रहने का व्हिप जारी किया गया है। बजट को सिर्फ लोकसभा से ही पास कराना जरूरी होता है।