Kanjhawala Case

Delhi Kanjhawala Case: मामला जब प्रकाश में आया, तो दरिंदों ने बताया कि नए वर्ष की जश्न के मौके पर वे नशे में धुत थे और गाड़ी में तेज म्यूजिक भी बज रहा था, जिसकी वजह से उन्हें अंजलि की चित्कार बिल्कुल भी सुनाई नहीं दी। खैर, पूरे मामले को लेकर दिल्ली की माहौल गरमा गया। आरोपियों को कड़ी से कड़ी सजा देने की मांग की गई।

Kanjhawala Case: पुलिस जांच के बाद इस मामले में अंजलि की सहेली निधि सामने आई है, जिसने खुलासा किया कि अंजलि ने घटना के वक्त शराब पी रखी थी। हालांकि, पोस्टमार्टम रिपोर्ट में अंजलि के शराब पीने की बात सामने नहीं आई थी, जिसके बाद निधि सवालों के घेरे में आ गई थी।

Kanjhawala Case: आरोपियों के खिलाफ हत्या की धारा 302 इसलिए दर्ज की गई, क्योंकि आरोपियों को घटना के बाद पता चल गया था कि कार में लड़की फंसी हुई है। फिर भी अंजलि को 13 किलोमीटर घसीटते रहे। अगर सही समय पर गाड़ी को रोककर उसे अस्पताल पहुंचाया जाता। तो शायद अंजलि की जान बच जाती। लेकिन आरोपियों ने ऐसा नहीं किया।

Delhi: प्रॉपटी डिलिंग का काम करने वाले जयप्रकाश राजौरी गार्डन अपने मित्र के पास जा रहे थे। इस बीच उन्होंने अपनी कार का हॉर्न बजाकर कार सवार एक युवक से साइड मांगी लेकिन उसने साइड नहीं दी। जिसके बाद वो इन बातों को नजरअंदाज कर आगे निकल गए।

Kanjhawala Case: आपको बता दें कि जिन पुलिसकर्मियों पर लापरवाही बरते जाने के बाद आरोप लगे थे, लेकिन उन सभी को गृह मंत्रालय की अनुशंसा के बाद बर्खास्त कर दिया गया है। दिल्ली पुलिस आयुक्त शालिनी सिंह की रिपोर्ट सौंपे जाने के बाद उन्हें बर्खास्त किए जाने का फैसला किया गया है।

Kanjhawala Case Update: इससे पहले आज अंजलि के आरोपियों के खिलाफ धारा 302 के तहत केस करने के आदेश दिए। साथ ही दिल्ली पुलिस ने गृह मंत्रालय को मामले जांच रिपोर्ट में बताया कि आरोपियों की इस बात की भनक दी कि उनकी कार के नीचे कोई फंसी हुई है। इस लिहाज से ये मामला हत्या की कैटेगरी में आता है। 

Kanjhawala Case Update: सूत्रों के मुताबिक, दिल्ली पुलिस ने गृह मंत्रालय को सौंपी जांच रिपोर्ट में कहा कि मामला हादसे का नहीं है आरोपियों को जानकारी दी थी कार के नीचे कोई फंसा हुआ है। जो हत्या की श्रेणी में आता है। जिसके बाद अब दिल्ली पुलिस कंझावला मामले में आरोपियों के खिलाफ 302 धारा जोड़ सकती है।

Kanjhawala case: बता दें कि गृह मंत्रालय ने कंझावला कांड को गंभीरता से लेते हुए जांच कमेटी गठित की। स्पेशल सीपी शालिनी सिंह को कमेटी का चेयरमैन बनाया। उनकी अध्यक्षता में पूरे मामले की जांच करने को कहा और साथ ही मामले की एक रिपोर्ट गृह मंत्रालय को सौंपी जाए। गौरतलब है कि कंझावला कांड को लेकर पुलिस की कार्रवाई पर लगातार सवाल उठ रहे थे। 

Kanjhawala Case: अब खबरें आ रही हैं कि कार में बैठे सभी आरोपियों को ये बात पता था कि अंजलि गाड़ी के नीचे हैं। ये बात खुद सभी आरोपियों ने कबूली हैं। आरोपियों ने बताया कि डर की वजह से उन्होंने अंजलि को कार के नीचे से निकालने की कोशिश नहीं की थी।

अंजलि के कार में फंस जाने के बाद घटनास्थल से निधि अपने घर चली गई थी। उसने घटना की जानकारी न तो पुलिस को दी थी और न ही अंजलि के घरवालों को ही बताया था। अंजलि के घरवालों के मुताबिक उन्होंने कभी निधि को नहीं देखा। अंजलि की मां और मामा ने निधि की भूमिका पर शक जताते हुए उस पर साजिश रचने का आरोप भी लगाया था।