गौरतलब है कि दो जुलाई की रात में विकास ने अपने साथियों के साथ मिलकर दबिश पर गए आठ पुलिसकर्मियों की हत्या कर दी थी। इस मामले में उज्जैन से विकास को गिरफ्तार किया गया था, जिसकी कानपुर में पुलिस से मुठभेड़ के दौरान मौत हो गई थी।
संजय राउत का कहना है कि पुलिस के एक्शन पर प्रश्न चिन्ह नहीं लगाना चाहिए। शिवसेना की ओर से कहा गया कि जिन गुंडों ने पुलिस की हत्या की थी, उनपर सवाल उठाना जरूरी है। विकास दुबे का एनकाउंटर लॉ एंड ऑर्डर का सवाल था, उसपर कोई प्रश्नचिन्ह ना लगाए।
एक तरफ विकास दुबे के एनकाउंटर पर जहां विपक्ष सवाल उठा रहा है तो वहीं शहीद हुए यूपी पुलिस वालों के परिजनों ने खुशी जाहिर की है। साथ ही उन्होंने योगी सरकार की जमकर तारीफ की भी है।
बता दें कि गुरुवार को ही गैंगस्टर विकास दुबे उज्जैन के महाकाल मंदिर परिसर से गिरफ्तार किया गया था। वारदात के बाद से फरार विकास यूपी, दिल्ली, हरियाणा और मध्य प्रदेश पुलिस को चकमा देकर दर्शन करने मंदिर पहुंचा था।
मध्य प्रदेश के उज्जैन में विकास दुबे की गिरफ्तारी के बाद बहुजन समाज पार्टी की राष्ट्रीय अध्यक्ष मायावती ने सरकार पर तंज कसा है। उन्होंने कहा कि तमाम अपराधिक सांठगांठ का पर्दाफाश होने का इंतजार जनता को है।
ज्ञात हो कि हिस्ट्रीशीटर विकास दुबे वर्ष 2001 में दर्जा प्राप्त राज्यमंत्री संतोष शुक्ला हत्याकांड का मुख्य आरोपी है। वर्ष 2000 में कानपुर के शिवली थानाक्षेत्र स्थित ताराचंद इंटर कलेज के सहायक प्रबंधक सिद्धेश्वर पांडेय की हत्या में भी विकास दुबे का नाम आया था।
उत्तर प्रदेश के कानपुर में आठ पुलिस जवानों की हत्या के आरोपी को मध्य प्रदेश की पुलिस ने उज्जैन से गिरफ्तार किया है। पुलिस सूत्रों के मुताबिक मंदिर के पुजारी नेे पुलिस को बुलाकर विकास के बारे में बताया और उसे गिरफ्तार किया गया। अब महाकाल मंदिर के उस पुजारी को ईनाम की रकम देने का यूपी सरकार विचार कर रही है।
उत्तर प्रदेश का मोस्ट वांटेड गैंगस्टर और कानपुर में आठ पुलिस जवानों की हत्या के आरोपी विकास दुबे को गुरुवार की सुबह मध्य प्रदेश के उज्जैन की पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया। राज्य के गृहमंत्री नरोत्तम मिश्रा ने इसकी गिरफ्तारी की पुष्टि की है।
कानपुर एनकाउंटर का मुख्य आरोपी विकास दुबे मध्य प्रदेश के उज्जैन से गिरफ्तार कर लिया गया है। बताया जा रहा है कि विकास दुबे ने महाकालेश्वर मंदिर की पर्ची कटाई और इसके बाद खुद ही सरेंडर कर दिया।
एडीजी कानून व्यवस्था प्रशांत कुमार ने बताया कि अब तक पुलिस से लूटी गई तीन पिस्टल बरामद हुई है। इनमें दो पिस्टल कल फरीदाबाद में पकड़े गए तीन आरोपितों से बरामद की गईं। एक पहले कानपुर में बरामद हुई थी।