kartik purnima

Kartik Purnima 2023: देश में कार्तिक मास की पूर्णिमा को लोग गंगा स्नान करते हैं और भगवान शिव और विष्णु की आराधना करते हैं। कहा जाता है कि जो आज के दिन पवित्र नदी में स्नान करता है, उसे 100 यज्ञों का पुण्य मिलता है।

Kartik Purnima 2022: इस दिन किसी पवित्र नदी में स्नान करने से पापों से छुटकारा मिलता है साथ ही हमें महापुण्य की प्राप्ति भी होती है। इसके अलावा, इस दिन कुछ विशेष उपाय करने से भगवान विष्णु और माता लक्ष्मी की विशेष कृपा भी प्राप्त होती है। तो आइए जानते हैं कार्तिक पूर्णिमा की सही तिथि और शुभ-मुहूर्त...

Dev Deepawali 2022: इस दिन भगवान विष्णु और माता लक्ष्मी की पूजा पूरे विधि-विधान से करने से सभी मनोकामनाओं की पूर्ति होती है। इसके अलावा, इस दिन कुछ विशेष उपाय करने से सभी प्रकार के दुख तो दूर होते ही हैं, सुख-समृद्धि भी घर आती है। तो आइए जानते हैं कौन से हैं वो खास उपाय...

Kartik Purnima 2020: कार्तिक मास के शुक्ल पक्ष की पूर्णिमा को कार्तिक पूर्णिमा (Karthik Purnima) के नाम से जाना जाता है। इस दिन स्नान और दान को अधिक महत्व (Importance of Karthik Purnima) दिया जाता है। कहा जाता है कि इस दिन भगवान शिव ने त्रिपुरा नाम के राक्षस का वध किया था।

Kartik Purnima: माना जाता है कि इस दिन त्रिपुरासुर नामक राक्षस का वध शिव जी ने किया था और विष्णु जी ने मत्स्य अवतार भी लिया था। इसके अलावा इसी दिन गुरुनानक देव का जन्म भी हुआ था।

kartik-purnima-2020: कार्तिक पूर्णिमा (Karthik Purnima) के दिन स्नान और दान को अधिक महत्व (Importance of Karthik Purnima) दिया जाता है। इस दिन किसी भी पवित्र नदी में स्नान करने से मनुष्य के सभी पाप धूल जाते हैं। कार्तिक पूर्णिमा पर दीप दान को भी विशेष महत्व दिया जाता है।

Karthik Purnima 2020: कार्तिक पूर्णिमा (Karthik Purnima) इस साल 23 नवंबर 2020 को पड़ रही है। ऐसे में हम आपको कार्तिक पूर्णिमा की व्रत कथा (Kartik Purnima Fasting Story) के बारे में बता रहे हैं।

Karthik Purnima 2020: कार्तिक पूर्णिमा (Karthik Purnima) के दिन स्नान और दान को अधिक महत्व (Importance of Karthik Purnima) दिया जाता है। इस दिन किसी भी पवित्र नदी में स्नान करने से मनुष्य के सभी पाप धूल जाते हैं। कार्तिक पूर्णिमा पर दीप दान को भी विशेष महत्व दिया जाता है।