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Land For Job Scam: इससे पहले शुक्रवार को राबड़ी देवी, मीसा भारती और हेमा यादव राउज एवेन्यू कोर्ट में पेशी के लिए एक साथ कार से पहुंचीं. उनकी जमानत याचिका पर न्यायमूर्ति विशाल गोगने ने सुनवाई की। जज ने सबसे पहले मामले में मौजूद सभी आरोपियों की हाजिरी ली।

Land For Job Scam: सनद रहे कि इससे पहले राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव से ईडी ने उक्त मामले में पूछताछ की थी। उनसे भी पुत्र की तर्ज पर ईडी ने 60 सवाल किए थे। लालू यादव से आठ घंटे तक इस मामले में पूछताछ हुई। इस दौरान ईडी दफ्तर के बाहर मीसा भारती, राबड़ी देवी सहित राजद के अनेकों कार्यकर्ता मौजूद रहे।

लैंड फॉर जॉब स्कैम यानी जमीन लेकर रेलवे में नौकरी देने के आरोपी पूर्व रेल मंत्री लालू यादव और उनका परिवार इस मामले में मुश्किल में दिख रहा है। अमित कत्याल एके इन्फोसिस्टम के प्रमोटर हैं। इस कंपनी पर भी लैंड फॉर जॉब घोटाले में मनी लॉन्ड्रिंग करने का आरोप है।

लालू यादव पर आरोप है कि केंद्र में यूपीए-2 की सरकार में वो जब रेल मंत्री थे, तब लोगों से जमीन अपने परिवार के लोगों के नाम लिखवा ली और फिर रेलवे में नौकरी दे दी। लैंड फॉर जॉब घोटाले में लालू परिवार के सदस्यों के अलावा रेलवे के अधिकारी भी हैं। इस मामले में आरोपियों की संख्या 17 है।

लैंड फॉर जॉब स्कैम केंद्र में यूपीए-2 की सरकार के दौर का है। आरोप है कि लालू यादव ने लोगों से अपने और परिवार के लोगों के नाम तमाम जमीनें लिखवा लीं और फिर उनको रेलवे में नौकरी दी। इस घोटाले के आरोप में रेलवे के भी कई अफसरों को सीबीआई ने आरोपी बनाया हुआ है।

ये मामला उस वक्त का है, जब लालू यादव केंद्र की यूपीए सरकार में रेल मंत्री थे। सीबीआई का आरोप है कि लालू यादव ने अपने और परिवार के लोगों के नाम लोगों से जमीन लिखवा ली और उनको रेलवे में नौकरी दिला दी। लालू और तेजस्वी समेत उनके परिवार के लोगों ने घोटाला होने के आरोपों को गलत बताया है।

Rozgar Mela: पीएम मोदी ने आगे बिना नाम लिए लालू परिवार वार करते हुए कहा, कुछ दिन पहले एक और मामला सामने आया था रेलवे के एक मंत्री ने जॉब देने के बदले में गरीबों किसानों की जमीन लिखवाली थी। जॉब के बदले जमीन प्रणाली। वो केस कोर्ट और सीबीआई में चल रहा है। 

जमीन के बदले रेलवे में नौकरी देने के घोटाले में सीबीआई ने लालू परिवार के सभी सदस्यों की संपत्ति का ब्योरा मांगा है। सीबीआई को साल 2004 से 2009 तक की संपत्ति का ब्योरा देना होगा।

पटना से लेकर दिल्ली और एनसीआर तक करीब 9 ठिकानों पर सुबह 6 बजे सीबीआई ने छापा मारा। इनमें लालू के करीबी प्रेमचंद गुप्ता और आरजेडी विधायक किरण देवी के घर भी शामिल हैं।

जमीन लेकर नौकरी देने का कथित घोटाला लालू यादव के रेल मंत्री रहने के दौरान का है। आरोप है कि लालू और उनके परिजनों ने रेलवे में नौकरी दिलाने के लिए लोगों से जमीन ले ली। इस मामले में पिछले कुछ दिनों से ही सीबीआई सक्रिय हुई है। जिसके बाद ईडी ने भी अब तेजस्वी पर केस दर्ज किया है।