मामले में सुनवाई करते हुए सुप्रीम कोर्ट ने कहा कि ये केंद्र पर है। केंद्र सरकार को प्रतिनिधित्व दिया जा सकता है जिस पर कानून के मुताबिक सरकार कदम उठा सकती है। इसके साथ ही सुप्रीम कोर्ट ने मामले में अगली सुनवाई 10 जुलाई को तय की है।
इस ऑडियो में साद ने सरकार पर तंज कसते हुए कहा है कि आपके पास धैर्य का होना बेहद जरूरी है। धैर्य से ही आप अपनी परेशानी का समाधान पा सकते हैं। ये परेशानी दो तरह की है। पहला जो आपके अंदर है और दूसरा बाहर। शासक का काम होता है कि वो अपने अनुयायियों को आगे लाने के लिए प्रोत्साहित करे। लेकिन वे मुकाबले की बात कर रहे हैं, इससे दूरियां बढ़ेंगी।
सीजेआई ने जमीयत से कहा कि आप प्रेस काउंसिल को पक्ष बनाइए। फिर हम सुनवाई करेंगे। सुप्रीम कोर्ट ने दो हफ़्ते बाद सुनवाई की बात कही। दरअसल जमीयत-उलेमा-हिंद ने मरकज़ मामले की मीडिया कवरेज को दुर्भावना भरा बताते हुए सुप्रीम कोर्ट में याचिका दायर की थी।
मौलाना साद के इस कथित ऑडियो क्लिप में कुछ लोग उनकी 'हां में हां' मिला रहे हैं। आईएएनएस इस ऑडियो क्लिप की सत्यता प्रमाणित नहीं कर रहा है। हालांकि फरार चल रहे मो. साद कंधावली के करीबी ऑडियो में उन्हीं की आवाज मान रहे हैं।