Moody’s Investors Service

Indian Economy: नतीजतन, उन्होंने 2023 कैलेंडर वर्ष में भारत के लिए अपने विकास पूर्वानुमान को 5.5% से समायोजित करके 6.7% कर दिया है। रेटिंग एजेंसी ने कहा कि दूसरी तिमाही में मजबूत प्रदर्शन 2023 के लिए उच्च आधार प्रदान करता है।

मूडीज के सहायक उपाध्यक्ष एवं विश्लेषक देबोराह टैन का कहना है कि कोरोनावायरस महामारी की रोकथाम के लिए जारी बंद की वजह से खपत कम होने और कारोबारी गतिविधियां थमने से चुनौतियों का सामना कर रही घरेलू अर्थव्यवस्था में गिरावट आएगी। इसकी वजह से 2020-21 में भारतीय अर्थव्यवस्था में गिरावट देखने को मिल सकती है। कोरोनावायरस के प्रकोप से पहले ही अर्थव्यवस्था पिछले छह वर्षों में धीमी गति से ही आगे बढ़ रही थी।