Babri Masjid : कोर्ट ने अपने फैसले में कहा है कि बाबरी विध्वंस(Babri Masjid Demolition) सुनियोजित नहीं था। कोर्ट ने कहा कि ‘अराजक तत्वों ने ढांचा गिराया था और आरोपी नेताओं ने इन लोगों को रोकने का प्रयास किया था।’
Babri Masjid Demolition Verdict: अयोध्या (Ayodhya) में छह दिसंबर 1992 को विवादित ढांचे को गिराने के मामले में सीबीआई की विशेष अदालत ने 28 साल बाद अपना फैसला सुना दिया है। अदालत ने बुधवार को सभी आरोपियों को बरी कर दिया है।
Uma Bharti: उमा भारती (Uma Bharti) अभी कोरोनावायरस (Coronavirus) से संक्रमित होने के बाद ऋषिकेश स्थित AIIMS में अपना इलाज करा रही हैं। उमा भारती ने सोमवार (28 सितंबर) को अपने ट्वीट में लिखा, 'मैं अभी-अभी एम्स ऋषिकेश में भर्ती हो गई हूं।
अयोध्या (Ayodhya) में 6 दिसंबर 1992 में हुए बाबरी विध्वंस (Babri Demolition Case) के मामले में फैसला आने वाला है। विशेष CBI अदालत में सुनवाई पूरी हो चुकी है और 27 साल के बाद 30 सितंबर को इस मामले में सीबीआई की विशेष अदालत का फैसला आएगा।
उन्होंने कहा कि सभी निमंत्रण प्राप्त करने वालों को भूमि पूजन प्रांगण में सुबह 10:30 बजे तक आ जाना अनिवार्य है। इसके बाद किसी को भी किसी भी कीमत पर प्रवेश नहीं दिया जाएगा। सभी को प्रधानमंत्री के आगमन के दो घंटे पहले तक पहुंचना होगा।
अयोध्या बाबरी विध्वंस मामले में अब एक-एक कर आरोपियों के बयान वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिए दर्ज किए जा रहे हैं।
जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय (JNU) के विवाद को लेकर भारतीय जनता पार्टी के वरिष्ठ नेता और पूर्व भाजपा अध्यक्ष मुरली मनोहर जोशी ने वाइस चांसलर को अपने पद से हट जाने की बात कही है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रविवार को भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के वरिष्ठ नेता मुरली मनोहर जोशी के 86वें जन्मदिन पर उन्हें शुभकामनाएं दी और उन्हें राष्ट्रहित के विषयों पर 'अटल व्यक्तित्व' का स्वामी बताया।
विवादित ढांचे को गिराए जाने के मामले की सुनवाई ने तेजी पकड़ ली है। उम्मीद की जा रही है कि इस पर भी जल्दी ही फैसला आ सकता है। यह मामला लखनऊ की एक विशेष सीबीआई अदालत में चल रहा है। इस मामले में बीजेपी नेता लालकृष्ण आडवाणी, उमा भारती, मुरली मनोहर जोशी समेत कई दिग्गज नेता आरोपी हैं।
अयोध्या मामले की सुनवाई कर रहे ट्रायल कोर्ट के जज मामले की सुनवाई पूरी कर फैसला देने के लिए छह महीने का वक्त मांगा है।