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Rohingya: केंद्र सरकार ने कोर्ट से ये भी कहा है कि वो इस मामले में दखल न दे, क्योंकि किसी व्यक्ति को शरणार्थी के तौर पर मान्यता का मसला नीति से संबंधित फैसला है। दरअसल, सुप्रीम कोर्ट में एक अर्जी दाखिल हुई है। इसमें जेल, हिरासत केंद्र या किशोर गृह में रखे रोहिंग्या को रिहा करने का निर्देश देने का अनुरोध किया गया है।

Who Is Martin Santiago : सैंटियागो मार्टिन की धर्मार्थ ट्रस्ट वेबसाइट के अनुसार, उनका करियर म्यांमार के यांगून में एक मजदूर के रूप में शुरू हुआ। 1988 में, वह भारत लौट आए और तमिलनाडु में लॉटरी व्यवसाय शुरू किया। बाद में उन्होंने कर्नाटक, केरल, भूटान और नेपाल में अपना कारोबार बढ़ाया।

बांग्लादेश और म्यांमार में बैठे आतंकी समूहों ने इसके लिए भारत में कुछ आतंकी संगठनों से साठगांठ की है। एनआईए की जांच से पता चला है कि उनका इरादा मणिपुर में जातीय संघर्ष को बढ़ावा देना है और भारत के खिलाफ युद्ध जैसा माहौल बनाना है। एनआईए ने एक मणिपुर निवासी को इस मामले में पकड़ा भी है।

Asian Games 2023: म्यांमार ने अपने शुरुआती मैच में बांग्लादेश के खिलाफ 1-0 से जीत के साथ तीन अंक भी हासिल किए। इस जीत के साथ टीम इंडिया म्यांमार के साथ तीन-तीन अंकों के साथ फायदे की स्थिति में है।

मणिपुर में मैतेई लोग पहले से ही आरोप लगाते रहे हैं कि यहां म्यांमार से कुकी जनजाति के लोग घुसपैठ कर पहाड़ी इलाकों पर कब्जा कर रहे हैं। मौजूदा हिंसा भी इन्हीं दोनों समुदायों के बीच चल रही है। म्यांमार के हजारों लोग मिजोरम और मणिपुर में रहते हैं। मणिपुर में करीब 500 किलोमीटर सीमा म्यांमार की है।

मोका नाम का भीषण समुद्री चक्रवात तेजी से बांग्लादेश और म्यांमार की तरफ बढ़ रहा है। भारतीय मौसम विभाग ने सैटेलाइट तस्वीरों से भविष्यवाणी की है कि मोका चक्रवात बांग्लादेश के कॉक्सबाजार और म्यांमार के रखाइन प्रांत में दोपहर बाद प्रवेश करेगा। इससे बड़े पैमाने पर दोनों देशों में नुकसान होने की आशंका है।

सीएम बीरेन सिंह ने बांग्लादेश और म्यांमार से आने वाले अवैध प्रवासियों को किराए पर घर न देने की अपील भी लोगों से की थी। उन्होंने कहा था कि जो भी अवैध प्रवासियों को किराए पर घर देगा, उनके खिलाफ भी सख्त कार्रवाई की जाएगी। बीरेन सिंह ने तब कहा था कि ऐसे लोग राज्य के लिए बड़ा खतरा है।

म्यांमार के इरावेदी और मिज्जिमा न्यूज के मुताबिक तबाइन गांव में बौद्ध मठ में ये स्कूल है। स्कूल प्रबंधन की सदस्य ने बताया कि हेलीकॉप्टरों से हमले के बाद सेना के जवान स्कूल आए और वो बच्चों के शव ले गए। इन शवों को 11 किलोमीटर दूर एक दूसरे गांव में दफनाया गया। स्कूल की इमारत पर हमले के बाद चारों तरफ खून ही खून बिखरा दिख रहा था।

रोहिंग्या मूल रूप से म्यांमार के रखाइन प्रांत के हैं। वहां की 2014 की जनगणना के मुताबिक रखाइन में 21 लाख की आबादी में से करीब 10 लाख रोहिंग्या हैं। म्यांमार सरकार ने इनको नागरिकता देने से इनकार कर दिया है। वो इन रोहिंग्या को बांग्लादेश से अवैध तौर पर आया मानता है। भारत में बड़े पैमाने पर रोहिंग्या मुसलमानों ने अवैध घुसपैठ की है।

असम में तमाम जिलों में मुस्लिम बहुलता है। इन जिलों में सिलचर भी है। ऐसे में फिलहाल लग रहा है कि स्थानीय आबादी में घुल मिलकर ये रोहिंग्या अपनी पहचान छिपाने के लिए यहां पहुंचे थे। इससे पहले भी गुवाहाटी रेलवे स्टेशन से कई बार असम पुलिस रोहिंग्या को गिरफ्तार कर चुकी है।

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