शिवपाल सिंह यादव ने तो इसे स्वामी प्रसाद मौर्य का निजी बयान बताकर पल्ला झाड़, लेकिन अब विरोधियों के निशाने पर आ गए अखिलेश यादव। सूबे की राजनीति में लगातार उनकी चुप्पी पर सवाल उठ रहे हैं कि आखिर उन्होंने अभी तक इस पर कोई बयान क्यों नहीं दिया है। आखिर उनकी चप्पी के क्या मायने हैं?