आगामी 23 जून को विपक्षी दलों की प्रस्तावित बैठक में कुल 15 विपक्षी दलों के शिरकत करने की खबर है। हालांकि, इसे अंतिम मान लेना उचित नहीं रहेगा, क्योंकि खबर है कि आगामी दिनों कई विपक्षी दल शामिल हो सकते हैं। उधर, सीएम नीतीश कुमार लगातार विपक्षी दलों के नेताओं को बैठक में शामिल करने की जद्दोजहद में लगे हुए हैं।
Maharashtra: सबसे पहले बात अजीत पवार की कर लेते हैं। अजीत के बारे में आप यह जान लीजिए कि एनसीपी का एक वर्ग उन्हें संदिग्ध नजरों से देखता है। इसकी प्रमुख वजह 2019 में महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव में देवेंद्र फडणवीस के साथ मिलकर सरकार बनाना है। उस वक्त अजीत ने बीजेपी के साथ सरकार बनाकर जहां डिप्टी सीएम की कमान अपने हाथों में संभाल ली थी, तो वहीं देवेंद्र फडणवीस ने मुख्यमंत्री की।
Sharad Pawar: उस वक्त उन्होंने अपने दिए बयान में कहा था कि अब रोटी पलटने के बाद वक्त आ चुका है, तभी से यह माना जाने लगा था कि अब एनसीपी में लगातार भूचाल मचा हुआ है। वहीं, महाविकास अघाड़ी सरकार में भी सियासी भूचाल का जारी है। कई मौकों पर पवार भी महाविकास अघाड़ी सरकार से अलग होने के संकेत दे रहे हैं।
Maharashtra Protest: अप्रत्याशित 'हमले' से स्तब्ध, एनसीपी सांसद और पवार की बेटी सुप्रिया सुले आंदोलनकारी राज्य परिवहन कर्मचारियों की भीड़ के बीच घर से बाहर निकली और उनसे शांत रहने और बातचीत के लिए बैठक करने की अपील की। सुले ने कहा, "मैं आपसे हाथ जोड़कर विनती कर रही हूं.. कृपया शांत रहें, मेरे माता-पिता और मेरे बच्चे घर पर हैं। इस तरह का व्यवहार न करें।"