New York Times

Who is Neville Roy Singham: एनवाईटी की इस रिपोर्ट में उन्हें एक ट्रांस-अटलांटिक एक्टिविस्ट के रूप में की गई है जो नो कोल्ड वॉर के साथ-साथ अमेरिका के युद्ध-विरोधी समूह कोड पिंक का एक प्रमुख समर्थक है और जो कभी चीन के अधिकारों के हनन की आलोचना करता था लेकिन वो आज चीनी कम्युनिस्ट पार्टी के हित में बात करता है। शंघाई में रहने वाले नेविल रॉय सिंघम माकू ग्रुप नाम की एक चीनी मीडिया कंपनी के साथ काम करते हैं जो सीसीपी के विदेशी प्रचार का जिम्मा संभालती है।

वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण अमेरिका के दौरे पर हैं। वहां वो अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष (आईएमएफ) और वर्ल्ड बैंक की बैठकों में हिस्सा लेने गई हैं। सीतारमण ने सोमवार को वॉशिंगटन में पीटरसन इंस्टीट्यूट फॉर इंटरनेशनल इकोनॉमिक्स (पीआआईआईई) में विशेषज्ञों से संवाद किया। इस दौरान उन्होंने पश्चिमी मीडिया पर जमकर निशाना साधा।

फिलहाल जानकारी ये भी है कि ग्लोबल फार्मा हेल्थकेयर ने आई ड्रॉप से मौत और अंधता होने की शिकायत के बाद अमेरिका से 50000 वायल वापस भी मंगाए हैं। न्यूयॉर्क की डेलसम फार्मा इस आई ड्रॉप की मार्केटिंग करती है। इससे पहले उजबेकिस्तान ने आरोप लगाया था कि भारत में बने कफ सीरप से 18 बच्चों की मौत हो गई।

Anurag Thakur: पिछले कुछ समय से भारत के आंतरिक मामलों में विदेशी मीडिया का हस्तक्षेप बढ़ गया। विदेशी में लगातार मौजूदा सरकार की नकारात्मक छवि पेश करने की कोशिश की जा रही है। जिस पर अब केंद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर ने अपनी नाराजगी जाहिर की है। उन्होंने लगातार पांच ट्वीट कर न्यूयॉर्क टाइम्स में प्रकाशित लेख को लेकर अपनी नाराजगी जाहिर की है। आइए, आगे जानते हैं कि उन्होंने अपने ट्वीट में क्या कुछ कहा है।

अमेरिकी मीडिया पर आए दिन फर्जी खबरें और आंकड़े देने का आरोप लगता रहता है। भारत और मोदी सरकार के बारे में भी अमेरिका के कुछ अखबार दुष्प्रचार करते रहते हैं। इन अखबारों के समर्थक दावा करते थे कि जो भी छप रहा है, वो तथ्यों पर आधारित है। ऐसे ही एक अमेरिकी अखबार के फर्जीवाड़े का खुलासा एलन मस्क ने किया है।

दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल और शिक्षा मंत्री मनीष सिसोदिया ने दावा किया था कि जिसे शिक्षा व्यवस्था देखनी और समझनी हो, वो दिल्ली आकर खुद देख सकता है। केजरीवाल ने तो ये दावा भी कर दिया था कि मनीष सिसोदिया दुनिया के सबसे बेहतर शिक्षा मंत्री हैं, लेकिन एक आरटीआई ने केजरीवाल और सिसोदिया के इन दावों की पोल खोलकर रख दी है।

अमेरिका के फिलाडेल्फिया में आजकल जो भयावह हालात हैं, उनकी खबर अमेरिका के अखबारों में कहीं नहीं आ रही है। फॉक्स न्यूज के एक पत्रकार ने इस खतरनाक हालात का खुलासा अपने एक ट्वीट के जरिए किया है। इस पर अमेरिका के आम लोगों ने भी अपनी आपबीती बताने के साथ वहां की बाइडेन सरकार पर निशाने साधे हैं।

आईपीएस एसोसिएशन ने दिल्ली दंगों के कवरेज में न्यूयार्क टाइम्स की भूमिका पर गहरे सवाल खड़े किए। 'न्यूसयार्क टाइम्सं' की रिपोर्ट की एसोसिएशन ने जमकर निंदा की है। एसोसिएशन ने इसे पूरी तरह झूठा और भारतीय संस्थाशओं की प्रतिष्ठां धूमिल करने का प्रयास करार दिया।