इससे पहले भी खालिस्तान समर्थक भारत के दूतावासों और उच्चायोगों को हिंसक निशाना बनाते रहे हैं। तब की सरकारें सिर्फ संबंधित देश की सरकारों से विरोध ही जताती थी। ऐसा पहली बार है कि भारत सरकार विदेश में बैठे इन तत्वों से एनआईए के जरिए सख्ती से निपटने जा रही है। इससे इनके हौसले पस्त करने की तैयारी है।