no confidence motion

India-Maldives Relations: मालदीव की संसद में अल्पसंख्यक नेता अली अजीम राष्ट्रपति मुजम्मिल को पद से हटाने के प्रयासों का नेतृत्व कर रहे हैं। वह मालदीव की विदेश नीति में स्थिरता बनाए रखने के लक्ष्य के साथ, मुजम्मिल को पद से हटाने के लिए मालदीव के साथी नेताओं से समर्थन चाहते हैं।

Polsters India Survey: क्षेत्रीय संदर्भ में देखें तो पीएम मोदी से उत्तर और पश्चिम क्षेत्रों में बेहतर प्रदर्शन की पहले से ही उम्मीद थी लेकिन वह पूर्वी भारत में भी बढ़त बनाने में कामयाब रहे और उन्होंने दक्षिण में भी अच्छा समर्थन हासिल किया।

Manipur Violence: हम भारत को तोड़ने का प्रयास करने वालों को करारा जवाब जरूर देंगे। इसके साथ उन्होंने विपक्षी गठबंधन इंडिया को लेकर भी तमाम सवाल खड़े किए। रविशंकर प्रसाद ने विपक्षी गठबंधन पर जोरदार निशाना भी साधा।

Video: बीते दिन गुरुवार को संसद में विपक्ष द्वारा लाए गए अविश्वास प्रस्ताव पर बहस का आखिरी और तीसरा दिन था। बीते दिन पीएम मोदी इस बहस में शामिल हुए और मणिपुर और विपक्ष के प्रस्ताव पर जवाब दिया। पीएम मोदी ने अपने भाषण में सभी सवालों का न सिर्फ मुंहतोड़ जवाब दिया बल्कि विपक्ष को आड़े हाथ भी लिया।

No Confidence Motion: पीएम मोदी ने कहा, ये देश का विश्वास है। विपक्ष के फितरत में ही अविश्वास भरा पड़ा है। हमने लाल किले से स्वच्छ भारत अभियान का आहवान किया। लेकिन उन्होंने हमेशा अविश्वास जताया है। हमारी सरकार ने मां-बेटी को खुले से शौच मुक्त करने के लिए शौचालय जैसी जरूरत पर जोर दिया। तब इन्होंने कहा लालकिले से ऐसे विषय बोले जाते है।

No Confidence Motion: पीएम मोदी के इस बयान के बाद सदन में सभी सांसद जोर-जोर से ठहाका मारने लगे। उन्होंने कहा आखिर आपकी मजबूरी क्या है क्यों अधीर रंजन को दरकिरनार कर दिया गया। पता नहीं कोलकाता से किसी का फोन आया हो।

No Confidence Motion: निर्मला सीतारमण ने कहा, हमने गवर्नेंस में बड़ा बदलाव किया। बनेगा, मिलेगा जैसे शब्द नहीं। अब जनता बन गए, मिल गए और आ गए बोलती है। यूपीए के समय बिजली आएगी कहते थे,अब बिजली आ गई। गैस कनेक्शन मिलेगा कहते थे। आज अब सबको मिल गया।

पीएम मोदी के 9 साल के कार्यकाल में दूसरी बार विपक्ष अविश्वास प्रस्ताव लेकर आया है। इससे पहले साल 2018 के मॉनसून सत्र में भी लोकसभा में विपक्ष का अविश्वास प्रस्ताव आया था। इसके कुछ महीने बाद ही लोकसभा चुनाव हुए थे और बीजेपी समेत एनडीए ने 2014 के मुकाबले ज्यादा सीटें हासिल की थीं।

आज अविश्वास प्रस्ताव पर चर्चा का आखिरी दिन है। दिनभर चर्चा के बाद पीएम नरेंद्र मोदी शाम करीब 4 बजे सरकार की तरफ से लोकसभा में विपक्षी दलों के गठबंधन के लाए अविश्वास प्रस्ताव का जवाब देंगे। हम आपको बताते हैं कि संख्याबल की बात करें, तो लोकसभा में सत्तापक्ष का पलड़ा भारी है या विपक्षी गठबंधन का।

Amit Shah in Lok Sabha: अमित शाह ने विपक्षी गठबंधन के नाम चेंज करने पर कहा, विपक्ष को अपना नाम अभी बदलना पड़ा। यूपीए अच्छा नाम था। 10 साल सत्ता भी रहे थे। क्या दिक्कत थी नाम क्यों बदलना पड़ा। उन्हें गठबंधन का नाम बदलने की जरूरत क्यों पड़ी?