Opposition meeting

विपक्षी गठबंधन की बैठक बीते दिनों दिल्ली में हुई। इस बैठक में पश्चिम बंगाल की सीएम ममता बनर्जी और दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल ने कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे को पीएम पद का चेहरा बनाने का प्रस्ताव कर दिया। अब इस पर मल्लिकार्जुन खरगे के बेटे और कर्नाटक में मंत्री प्रियंक खरगे का बयान आया है।

Opposition Meeting: बीते दिनों इंडिया गठबंधन की आखिरी बैठक महाराष्ट्र में बुलाई गई थी, जिसमें 28 दल शामिल हुए थे। बैठक में तीन बिंदुओं वाला प्रस्ताव पारित किया गया था, जिसमें एक साथ चुनाव लड़ने, एक साथ चुनाव प्रचार करने और सीट शेयरिंग को लेकर विचार व्यक्त किए गए थे।

Opposition Parties Meeting: शिकायतकर्ता का कहना है निजी फायदे के लिए INDIA नाम नहीं रखा जा सकता है। इसके साथ ही लोगों की भावनाएं आहत हुई है। शिकायत में एंबलम एक्ट 2022 का उल्लंघन बताया गया है।

INDIA vs NDA: सूत्रों के हवाले से खबर मिली रही है कि एनडीए की बैठक में 38 से ज़्यादा पार्टियां पहुंची हुई है। बता दें कि जेपी नड्डा ने दावा किया था कि हमने 38 हमने आमंत्रित किया है जबकि आज 41 दलों के पहुंचने की खबर है।

Opposition Meeting: बेंगलुरु में बैठक संपन्न होने के बाद साक्षा प्रेस कांफ्रेंस में कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्य़क्ष मल्लिकार्जुन खरगे से सवाल किया गया कि आखिर इंडिया का चेहरा कौन होगा, तो इस पर खरगे ने स्पष्ट रूप से कुछ खास नहीं कहा है, लेकिन जो भी कहा है, उसके बाद से सियासी हलचल तेज हो चुकी है।

INDIA vs NDA: बता दें कि बैठक के बाद विपक्ष दलों की तरफ से सयुक्त प्रेस कॉन्फ्रेंस की। कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने नए गठबंधन के नाम का ऐलान किया। इसके साथ ही उन्होंने बताया कि विपक्ष दलों की अगली बैठक महाराष्ट्र में होगी। हालांकि अभी अगली बैठक की तारीख का ऐलान नहीं किया गया है।

Opposition Meeting: अब इसी नाम के सहारे आगामी लोकसभा चुनाव में विपक्षी दल चुनावी मैदान में बीजेपी के खिलाफ ताल ठोकेंगे। ध्यान दें कि राहुल गांधी ने विपक्षियों का नाम इंडिया रखने का सुझाव दिया था, जिस पर बैठक में शामिल हुए विपक्षी दलों ने आम सहमति व्यक्त की थी। आइए, अब आगे आपको इस नाम के अर्थ के बारे में विस्तार से बताते हैं।

Opposition Meeting: खड़गे ने मीडिया से बात करते हुए कहा, मुझे ताज्जुब है कि मोदी जी ने राज्यसभा में कहा था कि मैं सभी विपक्षियों पर अकेला काफी हूं। अगर वो सभी विपक्षियों पर अकेले भारी हैं तो वो 30 पार्टियों को क्यों एकत्रित कर रहे हैं। इसके साथ वो लोग उन 30 पार्टियों का नाम तो बताएं।

Opposition Vs NDA: दरअसल, इस बार विपक्ष और बीजेपी छोटे दलों को साथ लेकर लोकसभा का चुनाव जीतना चाहते हैं। इन क्षेत्रीय दलों की ताकत अपने-अपने खास इलाकों में काफी होती है। इन छोटे दलों के वोट अपने पाले में करने वाली पार्टी को चुनाव का भंवर पार करने में काफी आसानी हो सकती है।

Lok Sabha Election 2024: भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी के जनरल सेक्रेटरी कामरेड डी. राजा की तरफ से  जारी प्रेस रिलीज में लिखा है 23 जून को बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के आमंत्रण पर आहूत देश के प्रमुख विपक्षी दलों की बैठक में मौजूद 15 राजनीतिक दलों ने एकजुट होकर आगामी 2024 लोकसभा चुनावों में भाग लेने और भाजपा- संघ मुक्त भारत के निर्माण का संकल्प लिया जो व्यापक राष्ट्रहित में लोकतंत्र व संविधान की हिफाजत के लिए स्वागतयोग्य प्रस्थानबिंदु हैं।