Praful Patel

शरद पवार ने चुनाव आयोग को ये भी लिखा है कि बिना कानूनी अधिकार के अजित पवार गुट ने एनसीपी पर दावा किया है। इस चिट्ठी में शरद पवार ने लिखा है कि कुछ शरारती लोगों ने व्यक्तिगत महत्वाकांक्षा की वजह से दलबदल किया।

इससे पहले अजित पवार गुट ने चुनाव आयोग में 40 विधायकों, सांसदों और एमएलसी के दस्तखत वाले हलफनामे भेजकर एनसीपी को अपना बताया था। अजित पवार ने बैठक कर अपने साथ 32 विधायकों की संख्या भी सार्वजनिक की थी। अजित के साथ एनसीपी के कार्यकारी अध्यक्ष में से एक प्रफुल्ल पटेल और छगन भुजबल भी हैं।

शरद पवार और अजित पवार ने बुधवार को मुंबई में अपनी ताकत का प्रदर्शन किया था। ताकत के इस प्रदर्शन में अजित पवार अपने चाचा पर बीस छूटे थे। अब शरद पवार ने आज दिल्ली में एनसीपी की राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक बुलाई है। सबकी नजर इस पर है कि बैठक में एनसीपी के कितने और कौन-कौन नेता पहुंचते हैं।

Maharashtra Politics: प्रफुल्ल पटेल ने एक महत्वपूर्ण दावा किया है, जिसमें कहा गया है कि पिछले साल, जब एमवीए सरकार गिरने की कगार पर थी, पार्टी के 54 में से 51 विधायकों ने भारतीय जनता पार्टी (BJP) के साथ सरकार बनाने की इच्छा व्यक्त की थी

Modi Cabinet Reshuffle: केंद्रीय मंत्रिमंडल में प्रफुल्ल पटेल को भी जगह दी जा सकती है। प्रफुल्ल पटेल फिलहाल राज्यसभा सांसद हैं और वो यूपीए सरकार में नागरिक उड्डयन मंत्री भी रह चुके हैं। गौरतलब है कि बीते दिन दिल्ली के प्रगति मैदान में 4 घंटे तक पीएम मोदी ने अपने मंत्रिपरिषद के साथ बैठक की। बैठक में जी किशन रेड्डी,गृह मंत्री अमित शाह,अनुराग ठाकुर,नितिन गडकरी समेत कई बड़े नेता शामिल हुए थे

Maharashtra Political Crisis: ध्यान दें कि बीते प्रफुल्ल पटेल भी अजित पवार के पाले में थे। बीते रविवार को भी पटेल भी राजभवन में शपथ ग्रहण समारोह में मौजूद थे। बीते दिनों प्रफुल्ल पटेल को एनसीपी की ओर से कार्यकारी अध्य़क्ष भी बनाया गया था। इतना ही नहीं, शरद पवार ने प्रेसवार्ता के दौरान यहां तक कहा था कि मुझे बिल्कुल भी विश्वास नहीं हो रहा है कि आखिर प्रफुल्ल पटेल ने मेरे खिलाफ यह कदम कैसे उठा लिया।

लेकिन भतीजे अजित की बगावत से भी ज्यादा इस वक्त शरद पवार को प्रफुल्ल पटेल की खिलाफत चुभ रही होगी ऐसा इसलिए क्योंकि प्रफुल्ल पटेल उनके और एनसीपी के सबसे खास और करीबी नेता थे | 

Maharashtra Politics: अब आगामी दिनों में सभी 9 विधायकों को कौन-सा मंत्रालय आवंटित किया जाता है। इस पर नजरें बनी रहेंगी। इसी बीच खबर है कि अजित पवार को वित्त मंत्रालय का प्रभार आवंटित किया जा सकता है, चूंकि इससे पहले भी उनके जिम्मे इस मंत्रालय का प्रभार रहा है। आइए, आगे इस रिपोर्ट में हम आपको अजित पवार के साथ शिंदे सरकार में शामिल हुए सभी 9 नेताओं की पृष्ठिभूमि के बारे में विस्तार से बताते हैं।

अजित पवार को शिंदे सरकार के डिप्टी सीएम के तौर पर और 8 विधायकों को मंत्रीपद की शपथ भी दिला दी गई, लेकिन ताजा जानकारी के मुताबिक चाचा से बगावत करने वाले अजित पवार और उनके साथ के मंत्री बनने वाले लोग नंबर गेम में फंस गए हैं। अगर उन्हें अब कानून से बचना है, तो साथ में और विधायक चाहिए होंगे।

महाराष्ट्र में अजित पवार और उनके साथी विधायकों की बगावत के बाद शरद पवार की एनसीपी में हड़कंप जैसी स्थिति है। हर हाल में अजित पवार और उनके साथ गए विधायकों को एनसीपी में वापस लाने की कोशिश जारी है। इसके तहत हर पैंतरे शरद पवार और उनकी बेटी सुप्रिया सुले अपना रहे हैं।


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