US President Election 2024: बाइडेन के अलावा कमला हेरिस भी उपराष्ट्रपति का चुनाव लड़ने जा रही हैं। उन्होंने खुद इस बारे में ट्विटर पर जानकारी साझा की है। बता दें कि आज से तीन साल पहले 2020 में भी कमल हेरिस भी अमेरिका की उपराष्ट्रपति पद पर विराजमान हुई थी।
President Droupadi Murmu: कोविंद से पहले मोदी सरकार ने इस बंगले को चिराग के चाचा पशुपति पारस को देना चाहा था, लेकिन पारस ने बंगला लेने से इनकार कर दिया। फिर संचार और रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव को बंगला अलॉट किया गया, लेकिन वो भी 12 जनपथ में रहना नहीं चाहते थे। रामनाथ कोविंद ने इस बंगले के लिए हामी भर दी।
Presidential Election 2022: इस चुनाव में राजग उम्मीदवाद द्रौपदी मुर्मू की जीत और इसके साथ ही देश के शीर्ष संवैधानिक पद पर पहली बार आदिवासी महिला की ताजपोशी तय मानी जा रही है। बता दें कि 27 दलों के समर्थन के साथ द्रौपदी मुर्मू का पलड़ा भारी बना हुआ है। वहीं सिन्हा को महज 14 दलों का समर्थन के साथ करीब 3.62 लाख वोट ही मिलने की उम्मीद है।
आज देश के नए राष्ट्रपति को चुनने के लिए वोट डाले जा रहे हैं। इस पद के लिए एनडीए ने आदिवासी द्रौपदी मुर्मू को मैदान में उतारा है। जबकि, विपक्ष की ओर से पूर्व बीजेपी नेता और केंद्रीय मंत्री रहे यशवंत सिन्हा को प्रत्याशी बनाया गया है।
प्रमोद कृष्णम कांग्रेस के टिकट पर लखनऊ लोकसभा का चुनाव भी लड़ चुके हैं। कांग्रेस आलाकमान से उनकी नाराजगी पिछले दिनों उस वक्त सामने आई थी, जब राज्यसभा चुनाव हुए थे। तब कई कांग्रेस नेताओं ने टिकट न मिलने पर ‘तपस्या में कमी’ की बात कही थी। आचार्य प्रमोद ने भी इसमें अपनी राय रखी थी। साथ ही ये भी कहा था कि हिंदू धर्मगुरु होने की वजह से भी टिकट मिलना आसान नहीं होता। त
इसी कड़ी में संप्रग के राष्ट्रपति पद के उम्मीदवार यशवंत सिन्हा जम्मू-कश्मीर पहुंचे। वहां उन्होंने नेशनल कांफ्रेंस के प्रमुख फारुक अब्दुल्ला और पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी प्रमुख महबूबा मुफ्ती से मुलाकात की। मुलाकात के दौरान उन्होंने दोनों ही नेताओं को सबसे बड़ा देशभक्त करार दिया। उन्होंने कहा कि कोई भी इनकी देशभक्ति पर सवाल नहीं उठा सकता है।
बता दें कि राष्ट्रपति पद के चुनाव में नियमों के तहत कोई भी पार्टी व्हिप जारी नहीं कर सकती। यानी सांसद और विधायक जिसे चाहें, उसे वोट दे सकते हैं। यानी कोई भी सांसद या विधायक अगर पार्टी लाइन से अलग हटकर वोट देता है, तो उसके खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की जा सकती।
President Election: यूपीए और कुछ अन्य विरोधी दलों ने मिलकर संयुक्त उम्मीदवार के तौर पर पूर्व भाजपा नेता और चंद्रशेखर एवं अटल बिहारी वाजपेयी सरकार में मंत्री रह चुके यशवंत सिन्हा को संयुक्त उम्मीदवार के तौर पर राष्ट्रपति उम्मीदवार बनाने का ऐलान किया है। विपक्ष के संयुक्त उम्मीदवार यशवंत सिन्हा का भाजपा से गहरा और लंबा रिश्ता रहा है।
President Election: फिलहाल नेशनल कॉन्फ्रेस के नेता फारूक अब्दुल्ला ने अपने एक बयान में कहा कि, "मैं ममता बनर्जी साहिबा द्वारा भारत के राष्ट्रपति पद के लिए संयुक्त विपक्षी उम्मीदवार के रूप में अपना नाम प्रस्तावित करने के लिए सम्मानित महसूस कर रहा हूं। ममता दीदी द्वारा मेरे नाम का प्रस्ताव करने के बाद, मुझे विपक्षी नेताओं से मेरी उम्मीदवारी के समर्थन की पेशकश करने वाले कई फोन आए हैं"।
शरद पवार पहले ही कह चुके हैं कि वो राष्ट्रपति पद का चुनाव नहीं लड़ेंगे। कांग्रेस और वामदल भी ममता से नाराजगी जता चुके हैं। वहीं, बीजेपी अपनी चाल चल रही है और उसे कुछ विपक्षी दलों के समर्थन से अपना राष्ट्रपति बना लेने में फिलहाल कोई दिक्कत दिखाई नहीं दे रही है।