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टाइम्स ऑफ इंडिया की खबर में कई होटलों के प्रबंधन के हवाले से बताया गया है कि लोग अपनी बुकिंग लगातार कैंसल करा रहे हैं। होटल खाली पड़े हैं। भोजन करने के लिए जिन रेस्तरां में भीड़ होती थी, वहां अब इक्का-दुक्का ग्राहक ही आ रहे हैं। शुक्रवार को अजमेर दरगाह में सबसे ज्यादा लोग जियारत करने पहुंचते थे।

पैगंबर पर कथित तौर पर विवादित बयान देने के मामले में उनका समर्थन करने पर मुरादाबाद के ठाकुरद्वारा में एक युवक को जान से मारने की धमकी दी गई। युवक ने इसकी शिकायत पुलिस से की। पुलिस ने नामजद तीन आरोपियों को गिरफ्तार कर जेल भेजा है। गिरफ्तार में से एक नाबालिग बताया जा रहा है।

नीहारिका ने एक वीडियो में कहा था कि खुलेआम हत्याएं हो रही हैं और हमारे पीएम तक को जान से मारने की धमकियां दी जा रही हैं। क्या ये सही है? उन्होंने ये भी कहा था कि भगवान शिव का नाम लेकर हिंदू किसी का गला नहीं काटते। नीहारिका ने ये भी कहा कि वो धमकी से डरती नहीं हैं।

Shashi Tharoor: बीते दिनों बीजेपी की पूर्व प्रवक्ता नूपुर शर्मा ने पैगंबर मोहम्मद को लेकर एक विवादित बयान दे दिया था जिस पर देशभर में घमासान मचा हुआ है। बीजेपी ने भी इस बयान पर मचे बवाल के बाद नूपुर शर्मा को पार्टी से बाहर का रास्ता दिखा दिया। पिछले शुक्रवार को नूपुर शर्मा की गिरफ्तारी की मांग को लेकर देशभर में विरोध प्रदर्शन भी हुए थे।

एजेंसी के मुताबिक वीडियो में बीजेपी की प्रवक्ता रहीं नूपुर शर्मा को दिखाया गया है। इसमें कई शहरों में जुमे की नमाज के बाद हिंसा होने और दंगाइयों के घरों पर बुलडोजर चलते भी दिखाया गया है। वीडियो में इस्लामिक स्टेट खुरासान के पूर्व हमलावरों के बयान भी हैं। ये हमलावर भारतीय मूल के थे।

Owaisi: इन्हीं में से एक हैं एआईएमआईएम के प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी, जो अब अपराधियों के खिलाफ हमदर्दी जता रहे हैं। कह रहे हैं कि सरकार जो भी कर रही है, बिल्कुल गलत कर रही है। संविधान की धज्जियां उड़ा रही है। ओवैसी ने प्रयागराज हिंसा के मास्टरमाइंड जावेद पंप के दोमंजिला इमारत में चले बुलडोजर की कार्रवाई को गलत बताया है। उन्होंने इसे योगी सरकार की तानाशाही करार दिया है।

अब इन देशों की ओर से भारत से गेहूं मांगे जाने से खुलासा हो गया है कि किस तरह नूपुर और पैगंबर का नाम लेकर दुनिया में भारत को बदनाम करने की साजिश रची गई और इस्लामी देशों का हवाला देकर भारत के मुसलमानों को उकसाकर हिंसा कराई गई।

साद ने आगे लिखा था कि ऐसे मजहब को छोड़ो, जो दुनिया में आतंक फैलाए और इंसान बनो। मैं जानता हूं कि ये सब पोस्ट करने के बाद मुझे कितनी नफरत झेलनी होगी। तुम लोग अब भी बच्चे ही हो। इसके अलावा साद ने अपनी एक पोस्ट में नूपुर शर्मा को बहादुर भी बताया था।

रिपोर्ट के मुताबिक जांच में पता चला कि विवाद को हवा देने वाले ज्यादातर हैंडल्स विदेश के थे। इनमें से 7000 पाकिस्तान के, 3000 सऊदी अरब के, 1400 मिस्र के, 1000 अमेरिका और कुवैत के और 2500 भारतीय हैंडल थे। तमाम सोशल मीडिया हैंडल्स से इस दौरान फर्जी स्क्रीनशॉट और खबरें फैलाई गईं।

तमाम यूजर्स ने हिंसा के लिए कांग्रेस को ही जिम्मेदार ठहरा दिया। यूजर्स ने पूछा कि आखिर ये भी बताएं कि हिंसा में किसका हाथ है। कई ने तो ये भी लिख दिया कि आपकी प्रिय कौम ही हिंसा कर रही है। एक ने हिंसा करने वालों को कांग्रेस का रिश्तेदार भी बता दिया।