qutubuddin aibak

कई हिंदू संगठनों का कहना है कि इसे कुतुबुद्दीन ऐबक ने नहीं, महान भारतीय गणितज्ञ वाराहमिहिर ने बनवाया था। यहां से वो सूर्य और चांद के बारे में अध्ययन करते थे। दावा किया जाता है कि कुतुबमीनार के सबसे ऊपर के तल पर खड़े होकर नीचे देखें, तो कमल की आकृति नजर आती है।

कुव्वत-उल-मस्जिद में तमाम मूर्तियां लगी हैं। खास नाराजगी भगवान गणेश की दो मूर्तियों को लेकर है। इन मूर्तियों को उल्टा लगाया गया है। फ्रंट के अध्यक्ष जयभगवान गोयल ने कहा है कि वो अपने समर्थकों के साथ मस्जिद के सामने हनुमान चालीसा पढ़ेंगे।