राजस्थान में अशोक गहलोत और सचिन पायलट के बीच तनातनी है। छत्तीसगढ़ में सीएम भूपेश बघेल और उनके मंत्री टीएस सिंहदेव के बीच भी छत्तीस का आंकड़ा है। इन दोनों मसलों को किसी तरह कांग्रेस आलाकमान गंभीर होने से बचाए हुए है। अब कांग्रेस नेतृत्व के सामने झारखंड का मसला भी आ गया है।
Jharkhand: अंसारी ने पार्टी नेतृत्व पर आरोप लगाते हुए कहा कि जिन नेताओं को लोगों ने पसंद नहीं किया, उन्हें पार्टी की तरफ से मंत्री पद के लिए चुना गया। उन्होंने कहा, 'कांग्रेस कोटा के सभी चारों मंत्री काम करने में असफल रहे हैं, क्योंकि लोग उनसे खुश नहीं है और इसलिए पार्टी के युवा नेताओं को मौका दिया जाना चाहिए।'