शिवसेना ने कहा कि राहुल गांधी और प्रियंका गांधी वाड्रा के साथ बैठक के बाद कांग्रेस नेता सचिन पायलट पार्टी के हित में काम करने के लिए सहमत हो गए और गहलोत ने एक महीने के लंबे गतिरोध के बाद अपनी सरकार बचा ली है।
पायलट की शिकायतों को दूर करने के लिए कांग्रेस ने तीन सदस्यीय कमेटी का गठन किया है। इस कमेटी में प्रियंका गांधी वाड्रा, वरिष्ठ नेता अहमद पटेल और केसी वेणुगोपाल को रखा गया है।
मायावती ने अपने छह विधायकों के कांग्रेस में विलय के खिलाफ राजस्थान हाई कोर्ट में याचिका दाखिल की है। बता दें कि बसपा महासचिव सतीश मिश्रा की ओर दाखिल याचिका में विधायकों के विलय को चुनौती दी गई है।
वहीं ऑल इंडिया अंबेडकर महासभा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अशोक भारती कहते हैं कि राजस्थान के सियासी घटनाक्रम में बसपा का स्टैंड तकनीकी रूप से सही हो सकता है, लेकिन राजनीतिक और सामाजिक रूप से इसका संदेश सही नहीं गया है।
ज्ञात हो कि राजस्थान के पूर्व उप मुख्यमंत्री सचिन पायलट की बगावत के कारण राज्य में सियासी संकट में फंसी कांग्रेस ने आज सभी राज्यों में राजभवन के बाहर प्रदर्शन करने का ऐलान कर रखा था।
राहुल गांधी अक्सर ट्वीट के जरिए मोदी सरकार पर निशाना साधते आ रहे हैं। अपने ट्वीट में वो वीडियो भी अपलोड कर रहे हैं, जिसमें मोदी सरकार व भाजपा की नीतियों पर बात कर दिखाई पड़ते हैं।
सूत्रों ने बताया कि मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने गुरुवार को ही रात कैबिनेट से इसका अनुमोदन करा लिया था मगर शनिवार दिनभर कानूनविदों से चर्चा की गई और उसके बाद सरकार ने प्रस्ताव भेजा है।
सिर्फ फिल्म ही नहीं विधायकों को होटल में गेम खेलने का मौका भी मिला है और इसके बदले में उन्हें होटल की तरफ से गिफ्ट भी मिल रहे हैं। बतादें कि होटल में ठहरे नदबई विधायक जोगिन्दर सिंह अवाना ने होटल में हाउजी गेम जीता है।
शनिवार को बीजेपी प्रवक्ता संबित पात्रा ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा कि बताएं संजय जैन कौन है? हम इसे मैन्युफैक्चर्ड झूठ मानते हैं। संबित पात्रा ने कहा कि क्या बीजेपी ही सबकुछ कंट्रोल कर रही है? बिल्कुल नहीं, ये उनके पाप हैं।
मायावती ने शनिवार को दो ट्वीट करते हुए कहा कि, "जैसा कि विदित है कि राजस्थान के मुख्यमंत्री श्री गहलोत ने पहले दल-बदल कानून का खुला उल्लंघन व बीएसपी के साथ लगातार दूसरी बार दगाबाजी करके पार्टी के विधायकों को कांग्रेस में शामिल कराया।