ट्रस्ट की बैठक में शिलान्यास के मुहूर्त से लेकर निर्माण पूर्ण होने के लिए समयसीमा निर्धारित की जा सकती है। मंदिर निर्माण के सिलसिले में एक बड़ा पहलू चंदे का भी है।