real estate

Who Is Martin Santiago : सैंटियागो मार्टिन की धर्मार्थ ट्रस्ट वेबसाइट के अनुसार, उनका करियर म्यांमार के यांगून में एक मजदूर के रूप में शुरू हुआ। 1988 में, वह भारत लौट आए और तमिलनाडु में लॉटरी व्यवसाय शुरू किया। बाद में उन्होंने कर्नाटक, केरल, भूटान और नेपाल में अपना कारोबार बढ़ाया।

Raj Kapoor Bungalow: बंगले को 100 करोड़ में बेचा गया, जिसे गोदरेज कंपनी(Godrej Properties Ltd.) ने खरीदा था। कंपनी ने एक बड़े हाउसिंग प्रोजेक्ट के तहत इसको खरीदा था, जिस पर काम शुरू भी हो चुका है।

Who Is Robert Kiyosaki In Hindi: कियोसाकी ने अपने इंस्टाग्राम पर 1.2 बिलियन डॉलर के कर्ज की बात स्वीकार करते हुए यह जानकारी साझा की, जो भारतीय मुद्रा में लगभग ₹10,000 करोड़ के बराबर है। वह अक्सर सार्वजनिक रूप से अपने ऋणों पर चर्चा करते हैं, ऋण पर एक दृष्टिकोण रखते हैं जो आम समझ से काफी भिन्न होता है।

ED Action: छापे केवल कुलवंत सिंह के आवास तक ही सीमित नहीं हैं; अमृतसर, लुधियाना और मोहाली में शराब व्यापारियों से जुड़ी संपत्तियों पर एक साथ कार्रवाई की गई, जिससे जांच का दायरा और बढ़ गया।

Invesco Global Report: चूंकि भारत संप्रभु निवेशकों के लिए पसंदीदा उभरते बाजार के रूप में टॉप पर है, इसलिए देश की आर्थिक क्षमता और निवेश के अवसर आने वाले वर्षों में इसके विकास को और बढ़ावा देने की संभावना है।

GBC-3: जीबीसी-3 में आवास व कमर्शियल प्रॉपर्टी के क्षेत्र में आए प्रस्तावों में रीटेल कॉम्प्लेक्स, आवासीय व ग्रुप हाउज़िंग, सहकारी आवास समितियाँ व टाउनशिप का निर्माण प्रमुख हैं। यह उप्र सरकार की नीतियों का ही परिणाम है कि इस क्षेत्र का विश्वास निवेश के प्रति बढ़ा है और इसमे आई मंदी दूर होने की संभावनाएं भी बढ़ गई हैं।==

सुप्रीम कोर्ट (Supreme Court) ने सोमवार को बड़ा फैसला लेते हुए कहा कि अगर बिल्डर वक्त पर फ्लैट की डिलीवरी नहीं कर पाते हैं तो उन्हें फ्लैट की कॉस्ट पर हर साल बायर्स को इंटरेस्ट पेमेंट करना होगा।

रियल एस्टेट सेक्टर को आर्थिक पैकेज की घोषणाओं से बड़ी उम्मीद थी, लेकिन उम्मीदें पूरी नहीं हुई। अब अपनी मांगों को लेकर बिल्डरों की संस्था क्रेडाई (CREDAI) ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को एक ओपन लेटर लिखा है।

पार्श्वनाथ समूह ने सन् 1984 में रियल एस्टेट क्षेत्र में प्रवेश किया था। प्रदीप जैन ने यह कंपनी निचले स्तर से शुरू की और इसे सिर्फ तीन दशकों में एक विशाल रूप दे दिया। यह उनके मार्गदर्शन और दूरदर्शी सोच की वजह से हुआ कि कंपनी ने भारत की तरक्की के इतिहास में नया अध्याय जोड़ा और भविष्य में बहुत से ऐसे अध्याय जोड़ने की तैयारी है।