Researchers

COVID-19: इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ साइंस (IISc) और वैज्ञानिक एवं औद्योगिक अनुसंधान परिषद (CSIR) के सूक्ष्मजीवी तकनीक विभाग ने एक ऐसा नया तंत्र विकसित किया है। विभाग ने जो तंत्र विकसित किया है उसके तहत वैज्ञानिक सीधे कोरोना वायरस (SARS-CoV-2) को ही असक्रिय यानी इसके असर को न के बराबर कर देंगे।

विशेषज्ञों का कहना है कि गुटखा और सिगरेट का सेवन करने वालों को कोरोना संक्रमण होने का खतरा ज्यादा रहता है। खैनी, गुटखा खाने वाले लोग कई गैरसंचारी रोगों के भी आसानी से शिकार बन जाते हैं।

नीदरलैंड्स से एक खुशखबरी आई है। दरअसल नीदरलैंड्स के वैज्ञानिकों ने ऐसी एंटीबॉडी की खोज की है जो कोरोनावायरस का संक्रमण रोकती है।

अमेरिकी शोधकर्ताओं ने ऐसे प्रोटीन को खोजा है जो बताता है कि कोरोना के कौन से मरीज को वेंटिलेटर की जरूरत पड़ेगी।