RBI Repo Rate: महंगाई पर काबू पाने की कोशिशें जारी: आरबीआई गवर्नर शक्तिकांत दास ने खुदरा महंगाई दर को 4% पर लाने के लिए आरबीआई की लगातार कोशिशों का जिक्र किया।
Repo Rate RBI: सितंबर में मुद्रास्फीति के दबाव में थोड़ी कमी आने की उम्मीद है, जो समग्र खुदरा मुद्रास्फीति में संभावित गिरावट का संकेत देता है।
सनद रहे कि बीते 2016 में आरबीआई ने अधिसूचना जारी कर 1, 000 और 500 के नोट को आर्थिक लेन देन से बाहर किए जाने की जानकारी दी थी, जिसके बाद सरकार की ओर से 1 हजार के नोट को आर्थिक लेन-देन से बाहर कर दिया गया था।
2000 रुपए के नोट को वापस लेने का फैसला भले ही रिजर्व बैंक ने किया, लेकिन ये अब भी वैध मुद्रा बने रहेंगे। बस इनसे आम लोग लेन-देन नहीं कर सकेंगे। इनको बैंक खातों में भी जमा नहीं कराया जा सकेगा। हम आपको बता रहें हैं कि अगर 2000 रुपए के नोट आपके पास बच गए हैं, तो अब आप क्या कर सकते हैं।
HDFC Bank: एचडीएफसी बैंक की 2022-23 की वार्षिक रिपोर्ट के अनुसार, शशिधर जगदीशन का वार्षिक पैकेज 10.5 करोड़ रुपये था।
नोटों में से 87 फीसदी लोगों ने खातों में जमा किए हैं। बाकी 13 फीसदी को दूसरे मूल्यवर्ग के नोटों में लोगों ने बदलवाया है। रिजर्व बैंक ने पहले बताया था कि इस साल 31 जुलाई तक 2000 रुपए के 3.14 लाख करोड़ मूल्य के नोट वापस हुए थे। अब 31 अगस्त तक और 18000 करोड़ मूल्य के 2000 के नोट उसे वापस मिले हैं।
यूक्रेन और रूस के बीच जंग के जारी रहने से भी महंगाई काफी तेज हुई। इसकी वजह से यूरोपीय देशों और खासकर यूक्रेन की मदद कर रहे अमेरिका पर काफी दबाव पड़ा। ऐसे में अमेरिका के फेडरल रिजर्व ने लगातार ब्याज दरों में इजाफा किया। इसकी वजह से दूसरे देशों की मुद्राओं की तरह भारतीय रुपए पर भी दबाव पड़ने लगा।
RBI: रिपोर्ट के निष्कर्षों और सिफारिशों का आरबीआई द्वारा सावधानीपूर्वक विश्लेषण किया जाएगा, हालांकि केंद्रीय बैंक ने इस बात पर जोर दिया है कि इस स्तर पर कोई आधिकारिक निर्णय नहीं लिया गया है।
2000 रुपए के नोटों को आरबीआई ने साल 2016 में हुई नोटबंदी के बाद जारी किया था। तब पीएम नरेंद्र मोदी ने 1000 और 500 के नोटों को बंद करने का एलान किया था। हालांकि, मोदी उस वक्त 2000 रुपए के नोट लाए जाने के पक्ष में नहीं थे, लेकिन जनता के हाथ में तत्काल रकम पहुंचानी थी। इसी वजह से नोट छापने पड़े।
भारतीय रिजर्व बैंक RBI की अगले दो महीने के लिए मौद्रिक नीति का एलान बहुत महत्वपूर्ण है। खासकर लोन लेने वालों के लिए ये फैसला बहुत अहम होता है।