RTI

PM Modi: पुणे के आरटीआई कार्यकर्ता प्रफुल्ल पी शारदा ने सूचना के अधिकार के तहत प्रधानमंत्री कार्यकाल यानी PMO से इस पर जानकारी मांगी थी। कि उन्होंने अबतक कितनी छुट्टी ली है। इसके अलावा आरटीआई कार्यकर्ता ने ये भी प्रश्न किया कि पीएम अब तक अलग-अलग कार्यक्रमों में कितने उपस्थित रह चुके है।

आरटीआई लगाने वाले विश्वनाथ गोस्वामी के मुताबिक जिन जिलों से पुलिस ने उनके आरटीआई पर जवाब नहीं दिया, वहीं कई का दावा है कि उनके अधिकार क्षेत्र में राजनीतिक हत्या या राजनीतिक हिंसा की कोई घटना हुई ही नहीं है। विश्वनाथ गोस्वामी का आरोप है कि पश्चिम बंगाल की टीएमसी सरकार तथ्यों को छिपा रही है।

RBI Missing Notes: जी हां... आपको यह जानकर हैरानी होगी कि सरकार ने 500 रुपए के करीब 88 हजार से भी ज्यादा नोट छापे थे, लेकिन आपको यह जानकर हैरानी होगा कि ये नोट रिजर्व बैंक तक नहीं पहुंचे जिसके बाद  से हाहाकार मचा हुआ है। बता दें कि इस बात का खुलासा आरबीआई के तहत हुआ है।

दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल और शिक्षा मंत्री मनीष सिसोदिया ने दावा किया था कि जिसे शिक्षा व्यवस्था देखनी और समझनी हो, वो दिल्ली आकर खुद देख सकता है। केजरीवाल ने तो ये दावा भी कर दिया था कि मनीष सिसोदिया दुनिया के सबसे बेहतर शिक्षा मंत्री हैं, लेकिन एक आरटीआई ने केजरीवाल और सिसोदिया के इन दावों की पोल खोलकर रख दी है।

खास बात ये कि सत्ता में आने से पहले भगवंत मान लगातार उस समय सीएम रहे चरणजीत सिंह चन्नी का उपहास इस वजह से करते थे, क्योंकि चन्नी सरकारी हेलीकॉप्टर से पंजाब में जगह-जगह जाते थे। अब मान खुद निजी हेलीकॉप्टर किराए पर ले रहे हैं, लेकिन उसका बिल पंजाब सरकार को भरना पड़ रहा है।

Mehbooba Mufti: श्रीनगर (Sri Nagar) के रहने वाले इनाम उन नबी सौदागर (Inam-un-Nabi Soudagar) ने आरटीआई (RTI) डालकर यह जानकारी मांगी थी। इसके बाद प्रोटोकॉल एंड हॉस्पिटलिटी विभाग ने महबूबा मुफ्ती (Mehbooba Mufti) के मुख्यमंत्री बनने के बाद जनवरी से जून 2018 के बीच सरकारी आवास पर किए गए खर्चों का बिंदुवार ब्योरा दिया है। 

प्रधानमंत्री कार्यालय ने पीएम केयर्स फंड को आरटीआई के दायरे में रखने के सवाल पर एतराज जताया है।

वकील हुड्डा ने इस याचिका पर दिल्ली हाईकोर्ट में बुधवार को सुनवाई हुई। याचिका में जनता की ओर से पीएम केअर्स फंड में जमा कराई गई राशि पूछी गई है।