Farmers Protest: इससे पहले केंद्र सरकार और किसान नेताओं के बीच आंदोलन खत्म करने के लिए 3 दौर की बात हो चुकी थी। रविवार को चौथे दौर की बात हुई थी। जिसमें केंद्र ने 5 साल तक कुछ और फसलों की एमएसपी पर खरीद का प्रस्ताव दिया था, लेकिन संयुक्त किसान मोर्चा ने अब नई मांग रख दी है।
किसान संगठनों ने पहले एलान किया था कि दिल्ली में वो संसद भवन तक मार्च करेंगे। हालांकि, शनिवार को संयुक्त किसान मोर्चा की बैठक के बाद इस मार्च के बारे में कुछ नहीं कहा गया। दिल्ली पुलिस के सूत्रों के मुताबिक किसान संगठनों को किसी भी सूरत में संसद तक नहीं पहुंचने दिया जाएगा। संसद की अभी बैठक चल रही है।
बता दें कि किसान आंदोलन के दौरान एसकेएम के सदस्य और बीकेयू के महासचिव राकेश टिकैत ने सबसे ज्यादा एमएसपी पर ही हल्ला मचाया था, लेकिन बैठक के बारे में उन्होंने भी चुप्पी साध ली है। टिकैत के अलावा एसकेएम के नेता योगेंद्र यादव ने भी इस मुद्दे पर अपना मुंह अब तक नहीं खोला है।
कृषि कानूनों का एक साल तक विरोध करने के बाद अब संयुक्त किसान मोर्चा SKM सेना में अग्निवीरों की भर्ती के लिए लाई गई अग्निपथ योजना का विरोध करने वाला है। मोर्चा के नेता और स्वराज इंडिया के अध्यक्ष योगेंद्र यादव ने इसका एलान किया। मोर्चा के मुताबिक ये योजना विनाशकारी है।
उन्होंने किसान आंदोलन के दौरान सरकार और पीएम नरेंद्र मोदी को लेकर कटाक्ष भरे बयान दिए थे। इसके और एक साल से ज्यादा समय तक किसान आंदोलन के कारण दिल्ली और आसपास के लोगों को हुई दिक्कत से लोग उनसे पहले से ही खफा हैं। लोगों ने इन्हीं वजहों से राकेश टिकैत को निशाने पर लिया है।
Farmers Protest: भारतीय किसान यूनियन के राष्ट्रीय प्रवक्ता राकेश टिकैत भी इस मुद्दे को लेकर सियासत करने से बाज नहीं आ रहे है। दरअसल पश्चिम बंगाल विधानसभा चुनावों से पहले किसान नेता राकेश टिकैत राज्य में महापंचायत करने जा रहे है। वह 13 मार्च को पश्चिम बंगाल में रहेंगे।