Sengol

Swami Prasad Maurya: इस पूरे मामले पर भारतीय जनता पार्टी ने स्वामी प्रसाद मौर्या पर जोरदार प्रहार किया है। बीजेपी ने कहा कि स्वामी प्रसाद मौर्या को शायद इस बात की खबर नहीं है कि संसद भवन में उद्घाटन समारोह के दौरान सर्वधर्म प्रार्थना सभा को आयोजित किया गया था।

पीएम नरेंद्र मोदी ने आज नए संसद भवन का उद्घाटन किया। इस मौके पर उन्होंने लोकसभा कक्ष में पवित्र सेंगोल को स्थापित किया। जिस सेंगोल यानी राजदंड को मोदी ने संसद में स्थापित किया, वो 1947 को तमिलनाडु के अधीनम की तरफ से पहले तत्कालीन वायसरॉय लॉर्ड माउंटबेटन को दिया गया था। फिर नेहरूजी को सौंपा गया था।

नए संसद में सेंगोल को भी स्थापित किया जाएगा। इस सेंगोल के बारे में बताया जा रहा है कि 1947 में अंग्रेजों से आजादी मिलने के पहले तत्कालीन वायसरॉय लॉर्ड माउंटबेटन ने इसे अधीनम के पुरोहितों के जरिए पहले पीएम जवाहरलाल नेहरू को सौंपा था। हालांकि, कांग्रेस का कहना है कि ऐसा नहीं किया गया था।

ऐसी घड़ी में जब देश के तमाम नेताओं और राजनीतिक दलों को एकसाथ खड़े दिखना चाहिए था, उस वक्त भी उद्घाटन के इस फ्लोर टेस्ट में 25 राजनीतिक दल एक तरफ हैं तो वहीं 20 दल दूसरी तरफ. लेकिन इससे इतर बात सेंगोल के इतिहास को लेकर भी हो रही है.

जिस सेंगोल को पीएम मोदी नए संसद भवन में स्थापित करने वाले हैं, उसके बारे में तमिलनाडु के अधीनम का दावा है कि आजाद भारत के पहले गवर्नर जनरल सी. राजगोपालाचारी ने उन्हें इसे बनाने को कहा था। बाद में सेंगोल को प्रयागराज में संग्रहालय में नेहरू की सुनहरी छड़ी बताकर प्रदर्शित किया जा रहा था।

Sengol: कुछ मीडिया रिपोर्ट में दावा किया गया है कि अंग्रेज और भारत के प्रथम प्रधानमंत्री पंडित नेहरू के बीच सत्ता का हस्तांतरण कराने के लिए एक छोटा सा कार्यक्रम का आयोजन किया। जिसमें कुछ पुरोहितों ने भी हिस्सा लिया था। पुरोहितों ने पहले अंग्रेज को सेंगोल सौंपा।

PM Modi: 28 मई को नए संसद भवन के उद्घाटन के समय मदुरै अधीनम के 293वें प्रधान पुजारी की ओर से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को राजदंड 'सेंगोल' भेंट किए जाने का कार्यक्रम प्रस्तावित है। इस कार्यक्रम के बारे में बात करते हुए मदुरै अधीनम के प्रधान पुजारी श्री हरिहर देसिका स्वामीगल ने कहा है कि पीएम मोदी को वैश्विक सराहना मिली है और देश में सभी को उन पर गर्व है। उन्होंने ये भी कहा कि नरेंद्र मोदी को साल 2024 में एक बार फिर प्रधानमंत्री के रूप में लौटना चाहिए। हमें उन्हें एक बार फिर प्रधामंत्री के रूप में देखने के लिए लालायित हैं।

Sengol Issue: केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने कांग्रेस को जवाब देते हुए लिखा, "कांग्रेस भारतीय परंपराओं और संस्कृति से इतनी नफरत क्यों करती है? पंडित जवाहर लाल नेहरू को तमिलनाडु के एक पवित्र शैव मठ द्वारा भारत की स्वतंत्रता के प्रतीक के रूप में एक पवित्र 'सेंगोल' दिया गया था, लेकिन इसे 'चलने की छड़ी' के रूप में एक संग्रहालय में भेज दिया गया था... कांग्रेस को अपने व्यवहार पर विचार करने की जरूरत है।"

New Parliament row: ललन सिंह ने कहा, सरकार अगर बदलेगी तो नए संसद भवन में कोई दूसरा काम होगा। लिहाजा अब जेडीयू अध्यक्ष ललन सिंह के इस बयान के बाद आगे और विवाद बढ़ना तय है। ऐसे में सवाल ये भी उठ रहा है कि विपक्ष दल नई संसद को देश की संसद भी नहीं मानने वाली है? क्या ललन सिंह के बयान से बहिष्कार करने वाले दूसरे दल भी सहमत है

नए संसद भवन का उद्घाटन रविवार यानी 28 मई को होना है। इस अवसर पर पूजन-अर्चन और मंत्रोच्चारण होगा। पीएम नरेंद्र मोदी इन सबके बीच नए संसद भवन का उद्घाटन करेंगे। इस उद्घाटन कार्यक्रम में कुछ लोगों की बड़ी भूमिका रहने वाली है। इन अहम लोगों को मिली खास जिम्मेदारी आप भी जान लीजिए।


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