इसके पहले शिवसेना(Shivsena) के मुखपत्र सामना(Saamna) के संपादकीय में कहा गया था कि 23 नेताओं की ओर से 'फुल टाइम' अध्यक्ष की मांग करते हुए लिखी गई चिट्ठी 'राहुल गांधी(Rahul Gandhi) के नेतृत्व को खत्म करने की साजिश है।'