सिद्धू और उनके दोस्त रुपिंदर सिंह संधू 27 दिसंबर 1988 को पटियाला के एक मार्केट गए थे। वहां कार पार्किंग के चक्कर में 65 साल के गुरनाम सिंह से विवाद हो गया। सिद्धू पर आरोप लगा था कि उन्होंने गुरनाम सिंह को घुटना मारा और गिरा दिया। जिसके बाद गुरनाम सिंह की मौत हो गई। इसी मामले में सिद्धू को सजा हुई थी।