skm

Farmers Protest: किसानों के मार्च को लेकर पुलिस स्थिति पर कड़ी नजर रख रही है. गौरतलब है कि 3 मार्च को किसान-मजदूर मोर्चा और संयुक्त किसान मोर्चा सहित किसान संगठनों ने देश भर के किसानों से बुधवार, 6 मार्च को दिल्ली में जुटने का आह्वान किया था। किसान-मजदूर मोर्चा (केएमएम) और संयुक्त किसान मोर्चा (गैर-राजनीतिक) नियोजित विरोध का नेतृत्व कर रहे हैं।

Farmers Protest: इससे पहले केंद्र सरकार और किसान नेताओं के बीच आंदोलन खत्म करने के लिए 3 दौर की बात हो चुकी थी। रविवार को चौथे दौर की बात हुई थी। जिसमें केंद्र ने 5 साल तक कुछ और फसलों की एमएसपी पर खरीद का प्रस्ताव दिया था, लेकिन संयुक्त किसान मोर्चा ने अब नई मांग रख दी है।

Farmers Call Bharat Bandh: किसान संगठनों ने आज भारत बंद का ऐलान किया है, जिसका असर दिल्ली और उससे सटे राज्यों में देखने को मिल रहा है। गाजीपुर बॉर्डर के पास लोगों को लंबे जाम का सामना करना पड़ रहा है। जबकि नोएडा में भी धारा 144 लागू है और रूट्स डायवर्ट कर दिया है।

Farmer Protest: दरअसल, किसान सूरजमुखी की बीज के लिए न्यूनतम समर्थन मूल्य की मांग कर रहे थे। इस आंदोलन में प्रमुख रूप से हरियाण के किसान ही शामिल हुए थे, लेकिन आंदोलनकारी किसानों का दावा है कि यह मुद्दा महज हरियाणा के किसानों  को ही नहीं, बल्कि पूरे देश के किसानों को प्रभावित करेगा। वहीं, अब इस  बीच खबर आई है कि सरकार ने किसानों के आंदोलन को ध्यान में रखते हुए उनकी मांगें मान ली है। कुछ ही देर में इसका औपचारिक ऐलान भी कर दिया जाएगा। 

किसान संगठनों ने पहले एलान किया था कि दिल्ली में वो संसद भवन तक मार्च करेंगे। हालांकि, शनिवार को संयुक्त किसान मोर्चा की बैठक के बाद इस मार्च के बारे में कुछ नहीं कहा गया। दिल्ली पुलिस के सूत्रों के मुताबिक किसान संगठनों को किसी भी सूरत में संसद तक नहीं पहुंचने दिया जाएगा। संसद की अभी बैठक चल रही है।

बता दें कि किसान आंदोलन के दौरान एसकेएम के सदस्य और बीकेयू के महासचिव राकेश टिकैत ने सबसे ज्यादा एमएसपी पर ही हल्ला मचाया था, लेकिन बैठक के बारे में उन्होंने भी चुप्पी साध ली है। टिकैत के अलावा एसकेएम के नेता योगेंद्र यादव ने भी इस मुद्दे पर अपना मुंह अब तक नहीं खोला है।

कृषि कानूनों का एक साल तक विरोध करने के बाद अब संयुक्त किसान मोर्चा SKM सेना में अग्निवीरों की भर्ती के लिए लाई गई अग्निपथ योजना का विरोध करने वाला है। मोर्चा के नेता और स्वराज इंडिया के अध्यक्ष योगेंद्र यादव ने इसका एलान किया। मोर्चा के मुताबिक ये योजना विनाशकारी है।

उन्होंने किसान आंदोलन के दौरान सरकार और पीएम नरेंद्र मोदी को लेकर कटाक्ष भरे बयान दिए थे। इसके और एक साल से ज्यादा समय तक किसान आंदोलन के कारण दिल्ली और आसपास के लोगों को हुई दिक्कत से लोग उनसे पहले से ही खफा हैं। लोगों ने इन्हीं वजहों से राकेश टिकैत को निशाने पर लिया है।

Latest