solar eclipse

Surya Grahan 2023: सूर्य ग्रहण हो या चंद्र ग्रहण, ये अंतरिक्ष में होने वाली एक खगोलीय घटना है। लेकिन हिंदू धर्म में इन ग्रहणों का काफी महत्व होता है। अगर हम धार्मिक मान्यताओं के अनुसार बात करें तो अंतरिक्ष में होने वाले इन ग्रहणों के लिए राहु-केतु को जिम्मेदार माना जाता है। वहीं ज्योतिष शास्त्र के मुताबिक ग्रहण का प्रभाव ग्रह-नक्षत्र और सभी राशियों पर पड़ता है।

Surya Grahan 2023: इस बार का ये सूर्य ग्रहण भारत में तो नजर नहीं आ रहा है लेकिन आप ऑस्ट्रेलिया, सिंगापुर, ताइवान, फिलीपींस, दक्षिण एशिया, प्रशांत महासागर, अंटार्कटिका, हिंद महासागर में देख सकते हैं। NASA द्वारा भी इस हाइब्रिड सूर्य ग्रहण की लाइव स्ट्रीमिंग की जा रही है। ऐसे में आप अगर ग्रहण ऑनलाइन देखना चाहते हैं तो इसपर देख पाएंगे...

Ajab Gazab News: लक्ष्मीनाथ मंदिर में सूतक काल में न केवल मंदिर के पट खुले रहते हैं बल्कि विधि-पूर्वक भगवान की पूजा भी होती है। मंदिर की इस परंपरा के पीछे एक ऐसी कथा मशहूर है, जिसे जानकर आपको हैरानी होगी। तो आइए जानते हैं कि क्या है वो कथा...

Surya Grahan 2020: साल का आखिरी सूर्य ग्रहण (Surya Grahan 2020) आज यानी 14 दिसंबर को है। ये ग्रहण 14 दिनों के अंदर लगने वाला दूसरा ग्रहण हैं। इससे पहले 30 नवंबर को पूर्णिमा पर चंद्र ग्रहण लगा था। लेकिन 14 दिसंबर को पड़ने वाला सूर्य ग्रहण मार्गशीर्ष की अमावस्या (Amavasya) को लग रहा है।

Surya Grahan 2020: साल का आखिरी सूर्य ग्रहण (Surya Grahan 2020) इस बार 14 दिसंबर को पड़ रहा है। ये ग्रहण 14 दिनों के अंदर लगने वाला दूसरा ग्रहण हैं। इससे पहले 30 नवंबर को पूर्णिमा पर चंद्र ग्रहण लगा था। लेकिन 14 दिसंबर को पड़ने वाला सूर्य ग्रहण मार्गशीर्ष की अमावस्या (Amavasya) को लगेगा।

साल का सबसे लंबा सूर्य ग्रहण लग चुका है। इस ग्रहण में सूर्य किसी चमकीले छल्ले की तरह नजर आता है। इस दौरान सूर्य का करीब 99 प्रतिशत हिस्सा चंद्रमा की छाया में छिप जाता है। इस साल ये ग्रहण 5 घंटे 49 मिनट का है।

साल का सबसे लंबा सूर्य ग्रहण लग चुका है। इस सूर्य ग्रहण को लेकर सरकार ने भी लोगों को सावधानी बरतने की सलाह दी है। सुबह 9.16 बजे से सूर्य ग्रहण लग गया है। हालांकि, भारत में ये सुबह 10 के बाद ही दिखाई देना शुरु हुआ है।

कल 21 जून 2020 को होने वाले सूर्य ग्रहण में ग्रहण काल का स्पर्श प्रातः 9:15 से आरंभ हो जाएगा जिसका भाग्य स्पर्श 10:17 से आरंभ होगा ग्रहण का मध्य 12:09 तक तथा ग्रहण का उन्मूलन दोपहर 2:02 तक रहेगा पूर्णता ग्रहण की समाप्ति दोपहर 3:03 पर होगी। जानिए कंकण सूर्य ग्रहण पर करने योग्य उन उपाय या मन्त्रों को जिनको करने से आपका कल्याण होगा

यह ग्रहण इस वर्ष के सबसे बड़े दिन अर्थात 21 जून को लगने जा रहा हैं जो लगभग 65 वर्ष इसी दिन घटित होगा। इससे पूर्व 1955 में भी 21 जून को ही सूर्य ग्रहण हुआ था। 21 जून को उत्तरी गौलार्द्ध में सबसे बड़ा दिन होता हैं। पृथ्वी के 66.5 अंश झुके हुए होने तथा इसी स्थिति में सूर्य की परिक्रमा करने के कारण ही पृथ्वी पर दिन रात की अवधि में असमानता पाई जाती हैं।

इस साल जून और जुलाई के महीने में तीन ग्रहण लगने जा रहे हैं। 5 जून 2020 को चंद्र ग्रहण, 21 जून 2020 को सूर्य ग्रहण और फिर 5 जुलाई 2020 को चंद्र ग्रहण लगेगा। ग्रहण काल से पहले ही सूतक लग जाते हैं। ग्रहण के दौरान निकलने वाली नकारात्‍मक ऊर्जा से बचाव के सभी उपाय किये जाते हैं।