हरिवंश फिलहाल अपने पद पर हैं। उन्हें लेकर जेडीयू की तरफ से कोई आधिकारिक बयान भी नहीं आया है। हरिवंश ने पत्रकार रहते बिहार से जुड़े मुद्दों को हमेशा अपने अखबार में उठाया। इसी से वो नीतीश कुमार की नजरों में चढ़े और फिर उनके करीबी बने।