Sonia

बीजेपी ने आरोप लगाया था कि साल 2005-2006 में राजीव गांधी फाउंडेशन ने चीन से 3 लाख डॉलर (तब करीब 90 लाख रुपए) लिए थे। फाउंडेशन की सालाना रिपोर्ट के हवाले से बीजेपी अध्यक्ष जेपी नड्डा ने ये आरोप लगाया था। फाउंडेशन पर ये आरोप भी लगा था कि उसके जरिए पीएम रिलीफ फंड का पैसा डायवर्ट किया गया।

आचार्य प्रमोद का ये बयान आते ही बीजेपी ने कांग्रेस को घेर लिया। बीजेपी के राष्ट्रीय प्रवक्ता शहजाद पूनावाला ने आचार्य के बयान का हवाला देते हुए कांग्रेस और उसके मीडिया इंचार्ज जयराम रमेश के साथ ही प्रियंका गांधी को टैग करते हुए ट्वीट किया। आचार्य प्रमोद के दावे के बाद इस मामले में अब कांग्रेस को जवाब देना मुश्किल पड़ सकता है।

कांग्रेस अध्यक्ष पद के चुनाव के लिए आज से परचा भरने का काम शुरू होगा। कांग्रेस के 9000 नेताओं में से जो चाहे, वो इस पद के लिए चुनाव लड़ सकता है। खास बात ये है कि 23 साल बाद एक बार फिर कांग्रेस का अध्यक्ष गांधी परिवार के बाहर से होगा। इससे पहले 1996 से 1998 तक सीताराम केसरी कांग्रेस के ऐसे अध्यक्ष रहे, जो गांधी परिवार से नहीं थे।

सोनिया और राहुल गांधी ने ईडी को पूछताछ में बताया था कि कोलकाता की डोटेक्स कंपनी से 1 करोड़ रुपए मिलने और उसमें से 50 लाख रुपए एसोसिएटेड जर्नल्स AJL को देकर सारे शेयर लेने के काम को पार्टी के पूर्व कोषाध्यक्ष और अब दिवंगत मोतीलाल वोरा ने किया। हालांकि, इस बारे में दोनों ही कोई सबूत नहीं दे सके।

यंग इंडियन प्राइवेट लिमिटेड YIL और एसोसिएटेड जर्नल्स लिमिटेड AJL के बीच लेन-देन के बारे में पूछने पर कांग्रेस के दोनों नेताओं का यही जवाब होता है। दोनों ने ईडी अफसरों से कहा है कि वाईआईएल और एजेएल के बीच सभी वित्तीय लेन-देन की जिम्मेदारी मोतीलाल वोरा की थी।

सूत्रों ने अखबार को ये भी बताया है कि डोटेक्स कंपनी ने एजेएल के टेकओवर के लिए वाईआईएल को फंड दिया। इसके बाद एजेएल को 50 लाख रुपए दिए गए। अब यही पूरा मसला जांच का अहम बिंदु बन सकता है। सोनिया से पूछा जा सकता है कि पहले जो कर्ज दिया था, उसका स्रोत क्या था।

राहुल से ईडी ने सोमवार और मंगलवार को दो-दो दौर में पूछताछ की थी। मंगलवार को 11 बजे वो ईडी के दफ्तर गए थे। बीच में दोपहर ढाई बजे वो निकल गए। फिर करीब साढ़े 3 बजे वो पूछताछ के लिए पहुंचे और रात 12 बजे उन्हें जांच अधिकारियों ने घर जाने दिया।

कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी और उनके बेटे राहुल गांधी को प्रवर्तन निदेशालय ED ने पूछताछ के लिए बुलाया है। आइए हम आज आपको बताते हैं कि ये पूरा मामला आखिर है क्या और सोनिया और राहुल गांधी को इस मामले में कानूनी कार्रवाई का सामना क्यों करना पड़ रहा है।

प्रियंका गांधी के बोल बीजेपी के लिए भी तारीफ करते हुए फूटे। उन्होंने कहा, ‘आज भाजपा की विचारधारा अलग है और भाजपा अपनी विचारधारा घर-घर में ले जा रही है, हम नहीं ले जा पा रहे हैं। हमें मजबूत होना पड़ेगा, हमें अपनी विचारधारा को ठीक से समझना पड़ेगा।’

साल 2019-20 में इस बारे में जब रिपोर्ट आई थी, तो पता चला था कि बीजेपी के पास सबसे ज्यादा 4847 करोड़ की रकम है। उस वक्त इस मामले में बीएसपी दूसरे नंबर पर थी। कांग्रेस ने तब बताया था कि उसके पास 588.16 करोड़ हैं। अब ताजा आंकड़ों में भी कांग्रेस की दुर्गति का नजारा दिख रहा है।