बैठक के दौरान अमित शाह ने आदेश दिया है कि दिल्ली-एनसीआर के जिलों में ज्यादा से ज्यादा संख्या में लोगों की कोरोना जांच हो और रिपोर्ट के आधार पर इलाज सुनिश्चित हो।
दिल्ली-एनसीआर में कोरोना के बढ़ते मामलों को देखते हुये केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने आज (गुरुवार को) एक महत्वपूर्ण बैठक बुलाई है। बैठक में हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर, उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल शामिल होंगे।
प्रधानमंत्री मोदी ने एक ट्वीट में कहा, "भारत के महान सपूत डॉ. श्यामा प्रसाद मुखर्जी को श्रद्धांजलि।"
केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने कोविड-19 मामलों की तैयारियों की समीक्षा करने के लिए सोमवार को यहां शाम चार बजे लोक नायक जय प्रकाश (एलएनजेपी) अस्पताल का दौरा किया।
केंद्रीय गृहमंत्री और भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) के पूर्व अध्यक्ष अमित शाह बिहार के लिए पहली वर्चुअल रैली 'बिहार जनसंवाद' को संबोधित कर रहे हैं।
30 मई 2019 को जैसे ही नरेंद्र मोदी सरकार 2.0 का गठन हुआ। उसके बाद से ही सरकार की तरफ से जनहित में कई फैसले बड़ी तेजी से लिए गए।
2019 में डेढ़ महीने तक चले आम चुनाव में थकान भरी कवायद के बाद परिणाम आने से पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी केदारनाथ पहुंचे थे और उन्होंने भगवान शिव का रूद्राभिषेक कर उनकी आराधना की थी।
2019 में आम चुनाव से ठीक पहले देश के लगभग हर मंच पर विपक्षी एकता साफ नजर आ रही थी। इन विपक्षी दलों का सिर्फ और सिर्फ एक मकसद था किसी तरह नरेंद्र मोदी सरकार को सत्ता में दोबारा लौटने से रोकना।
नरेंद्र मोदी सरकार 1.0 में सियासी ताज सजने तक पार्टी की कमान भले राजनाथ सिंह के हाथ हो लेकिन सरकार गठन के बाद से पार्टी की कमान अमित शाह के मजबूत हाथों में आ गई।
सरकार के गठन के बाद जिस तरह से ताबड़तोड़ फैसले लिए गए उसने एक साल के मोदी सरकार 2.0 के कार्यकाल में नरेंद्र मोदी की लोकप्रियता का ग्राफ और ऊंचा कर दिया।