यूपी के वाराणसी स्थित ज्ञानवापी मस्जिद का भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण विभाग यानी एएसआई ने सर्वे किया था। अब तक इस सर्वे की रिपोर्ट एएसआई ने वाराणसी के जिला जज डॉ. अजय कृष्ण विश्वेश के कोर्ट में नहीं सौंपी है। एएसआई ने एक बार फिर ज्ञानवापी की सर्वे रिपोर्ट देने के लिए कोर्ट से और वक्त मांगा है।
Gyanvapi Case Social Media Reactions: हालांकि अभी तक दोनों धर्मों के बड़े नेताओं और धर्मगुरुओं की तरफ से इस मुद्दे पर ज्यादा प्रतिक्रियाएँ सामने नहीं आई हैं। जैसे ही आगे इस पूरे घटनाक्रम पर अधिक रिएक्शंस सामने आएंगे हम आप तक हर खबर पहुंचाएंगे।
Gyanvapi Case: दरअसल मुस्लिम पक्ष की तरफ से कह गया था कि मामला सुनने लायक नहीं है। इसी को लेकर कोर्ट में याचिका डाली गई थी। इस याचिका को आज जिला कोर्ट ने खारिज कर दिया।
नई दिल्ली। ज्ञानवापी मस्जिद का मामले को लेकर आज यानी की मंगलवार को जिला अदालत में सुनवाई हुई है। दोनों...
Heated debate while hearing : जिस पर जज ने आपत्ति जताई। इस बीच जज ने अहमदी के बोलने को जारी रखा। इसके बाद जज चंद्रचूड ने मामले में हस्तक्षेप करते हुए दोनों की शांत रहने का सुझाव दिया। बहरहाल, इसम दौरान ज्ञानवापी मस्जिद से जुड़े तीनों ही पक्षकारों के बीच लंबी जिरह देखने को मिली है। फिलहाल शीर्ष अदालत ने मामले को जिला अदालत को भेज दिया है।
दरअसल, दनिश ने ज्ञानवापी मस्जिद में मिले शिवलिंग को लेकर सोशल मीडिया पर आपत्तिजनक टिप्पणी की थी, जिस पर हिंदू संगठनों ने अपने आक्रोश को व्यक्त किया था। जिसके बाद मामला कोर्ट में पहुंचा और अब पुलिस ने ओवैसी की पार्टी के नेता दानिश को गिरफ्तार कर लिया है। अहमदाबाद साइबर टीम ने उन्हें गिरफ्तार किया है।
Mehbooba on Gyanvapi Masjid: यह पहली बार नहीं है जब महबूबा मुफ्ती इस तरह के बयान दे रही हैं। इससे पहले भी उन्होंने धर्म की राजनीति करके खूब राजनीतिक रोटियां सेंकी है। बता दें कि ज्ञानवापी मुद्दे पर भी महबूबा मुफ्ती कुछ दिन पहले बीजेपी को अजीब तरह का चैलेंज करते हुए नजर आई थी।
Owaisi: तो इस बार ओवैसी ने अपने मन की भड़ास निकाल ही दी। उन्होंने कहा कि अब बाबरी मस्जिद को लेकर कोर्ट का फैसला आ चुका है। लेकिन अब ज्ञानवापी मस्जिद का मसला कोर्ट की चौहद्दी में दस्तक दे चुका है। उन्होंने आगे कहा कि हम बाबरी मस्जिद खो चुके हैं, लेकिन अब दूसरी हरगीज नहीं खोना चाहते हैं।