नई दिल्ली। आपको 5जी मोबाइल सेवा अब जल्दी ही मिलने की संभावना है। सरकार ने नीलामी में स्पेक्ट्रम हासिल करने वाली रिलायंस जिओ, एयरटेल और वोडाफोन को स्पेक्ट्रम अलॉटमेंट का लेटर जारी कर दिया है। संचार मंत्री अश्विनी वैष्णव ने इसकी जानकारी सोशल मीडिया एप Koo पर दी। वैष्णव ने कहा है कि कंपनियों को स्पेक्ट्रम अलॉटमेंट लेटर जारी होने के बाद अब उन्हें जल्दी ही लोगों को 5जी मोबाइल सेवा देने की तैयारी करनी चाहिए। बता दें कि 5जी मोबाइल सेवा के लिए सरकार ने पिछले महीने नीलामी की थी। जिससे सरकार को करीब 1.50 लाख करोड़ का राजस्व मिला था।
रिलायंस जिओ ने देश के हर सर्किल के लिए स्पेक्ट्रम खरीदा है। वहीं, एयरटेल ने भी इसी तरह स्पेक्ट्रम लिए हैं। जबकि, वोडाफोन ने देश के कुछ हिस्सों में 5जी सेवा देने के लिए स्पेक्ट्रम लिया है। खास बात ये भी है कि रिलायंस जिओ इन तीन में से अकेली कंपनी है, जिसने 700 मेगाहर्ट्स का स्पेक्ट्रम लिया है। इस स्पेक्ट्रम के जरिए बहुत अच्छी और तेज गति से सेवा दी जा सकती है। इसके लिए हालांकि ज्यादा टावर लगाने पड़ते हैं। रिलायंस को इसमें दिक्कत नहीं होने वाली, क्योंकि उसके हर शहर में दर्जनों की तादाद में टावर लगे हैं।
बात करें एयरटेल और वोडाफोन की, तो इन दोनों कंपनियों ने ज्यादातर 3000 और 1800 मेगाहर्ट्ज के बैंडविड्थ में स्पेक्ट्रम लिया है। दोनों कंपनियों का कहना है कि इसके जरिए वो अपने ग्राहकों को विश्वस्तरीय सेवा देंगे। रिलायंस जिओ ने पहले एलान किया था कि वो अगस्त में ही 5जी सेवा शुरू कर देगा। वहीं, एयरटेल ने कहा है कि वो अगले साल दिसंबर तक पूरे देश में सेवा शुरू कर देगा। कुल मिलाकर अगले साल तक जिओ, एयरटेल और वोडाफोन की तरफ से ग्राहकों को 5जी सेवा पूरी तरह मिलने की संभावना है।