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Fact Check: क्या किसानों ने CM योगी की रैली में छोड़ा छुट्टा जानवर?, सामने आई वायरल खबर की सच्चाई

Fact Check: यूं तो सोशल मीडिया की दुनिया में बेशुमार वीडियो वायरल होती रहती है, जिनमें कुछ लोगों को रास आती है, तो कुछ नहीं आती है, तो कुछ वीडियो ऐसे भी होती है, जिसे देखने के बाद लोगों का गुस्सा सांतवे आसमान पर पहुंच जाता है, तो कुछ वीडियो ऐसे होती है, जिसे देखने के बाद लोगों की खुशी का ठिकाना ही नहीं रहता है।

नई दिल्ली। उत्तर प्रदेश में बुधवार को चौथे चरण के लिए वोटिंग हो रही है। चौथे चरण में 9 जिलों की 59 विधानसभा सीटों पर सुबह 7 बजे से लेकर शाम 6 बजे तक मतदान जारी रहेगा। अब तक प्रदेश में तीन चरणों के चुनाव मुकम्मल हो चुके हैं। इन सभी चुनावों से पहले सभी सियासी दलों के सियासी सूरमाओं ने अपनी जीत हासिल करने के लिए एड़ी चोटी का जोर लगा दिया है। किसी ने लुभावने वादों की बयार बहा दी तो किसी ने जनता जनार्दन को रिझाने की दिशा में अपना सर्वत्र न्योछावर करने से भी गुरेज नहीं किया है, लेकिन अब देखना यह होगा कि जनता जनार्दन को रिझाने की दिशा में सियासी सूरमाओं की यह कोशिश कितनी कारगर साबित हो पाती है। अब यह तो फिलहाल 10 मार्च यानी की नतीजों के दिन ही परिलक्षित हो पाएगा, लेकिन उससे पहले कुछ शरारती तत्वों के द्वारा सीएम योगी की विराट छवि को धूमिल करने कोशिश जिस तरह से की जा रही है, उससे हम आपको अपनी इस रिपोर्ट में रूबरू कराने जा रहे हैं। यकीन मानिए, इस रिपोर्ट से रूबरू होने के बाद आप यह बात इकबाल करने से तनिक भी गुरेज नहीं करेंगे कि सूबे में कुछ ऐसे लोग हैं, जिन्हें सीएम योगी फूटी आंख नहीं सुहाते हैं और दिन रात, बस, इसी फिराक में बैठे रहते हैं कि कैसे भी करके उनकी छवि को धूमिल किया जा सकें।

CM Yogi Adityanath

 

यूं तो सोशल मीडिया की दुनिया में बेशुमार वीडियो वायरल होती रहती है, जिनमें से कुछ लोगों को रास आती है, तो कुछ नहीं आती है, तो कुछ वीडियो ऐसे भी होती है, जिसे देखने के बाद लोगों का गुस्सा सांतवे आसमान पर पहुंच जाता है, तो कुछ वीडियो ऐसे होती है, जिसे देखने के बाद लोगों की खुशी का ठिकाना ही नहीं रहता है, लेकिन अभी सोशल मीडिया के सहारे एक तस्वीर वायरल की जा रही है। इस तस्वीर को वायरल करने के पीछे का मकसद सिर्फ और सिर्फ सीएम योगी की छवि को धूमिल करना ही है। दरअसल, इस तस्वीर में बताया गया है कि किसानों द्वारा सीएम योगी की प्रस्तावित रैलियों को बाधित करने के लिए किसानों द्वारा छुट्टा जानवर भेजे गए थे। वहीं, जब इस प्रकरण से बाराबंकी पुलिस को अवगत कराया गया तो पता लगा कि ऐसी तो घटना हुई ही नहीं थी।

लिहाजा यह खबर निराधार एवं असत्य है। पुलिस ने अपनी जांच के उपरांत ही इस बात की पुष्टि करने से कोई गुरेज नहीं किया कि इस तरह की कोई घटना हुई ही नहीं है, बल्कि यह घटना पूरी तरह से सत्य और भ्रामक है, तो बतौर पाठक आप इस पूरे वाकये से वाकिफ होने के बाद इस बात का अंदाजा सहज ही लगा सकते हैं कि किस कदर लोग सीएम योगी की विराट होती छवि को धूमिल करने के लिए किस कदर बेताब हैं। बता दें कि अभी तक प्रदेश में तीन चरणों के चुनाव हो चुके हैं और चौथे चरण के चुनाव होने जा रहे हैं और पांचवे चरण के चुनाव के लिए राजनेताओं द्वारा चुनाव प्रचार का सिलसिला शुरू हो चुका है। अब ऐसे में यह देखना दिलचस्प होगा कि आगामी 10 मार्च यानी की नतीजों के दिन सत्ता का ऊंट किस करवट बैठता है।