Radhashtami 2022: जानिए राधारानी की 10 ऐसी बातें, जो आपने पहले कभी नहीं सुनीं होंगी

राधा के पिता का नाम वृषभानु और माता का कीर्ति था।

प्रचलित कथाओं के अनुसार, राधा कृष्ण से बड़ी थीं। कुछ लोग दोनों की उम्र का ये अंतर 11 महीने तो कुछ 5 साल बताते हैं।

श्री राधा-कृष्ण की पहली मुलाकात बरसाना और नंदगांव के बीच स्थित संकेत नामक छोटे-से गाँव में हुई थी।

गर्ग संहिता के अनुसार, आर्द्रभूमि में भण्डिर नामक स्थान पर ब्रह्मा जी ने उन दोनों का गांधर्व विवाह करवाया था।

एक बार रूठी हुई राधा को श्रीकृष्ण ने मनाने के अनेकों प्रयास किए थे। आज उस स्थान को मानगढ़ नाम से जाना जाता है।

राधा कृष्ण के प्रेम की परीक्षा लेने के लिए एक बार रुक्मिणी ने राधा को गर्म दूध पीने के लिए दिया था। इससे राधा को तो कुछ नहीं हुआ, लेकिन कृष्ण को छाले हो गए।

वैश्य उक्त रायाण का विवाह राधा की छवि से हुआ था, राधा से नहीं। इस छवि को राधा ने स्वयं उत्पन्न किया था।

राधा ने कई दिनों तक द्वारिका में एक देविका के पद पर रह कर श्रीकृष्ण की सेवा की थी।

राधा ने कृष्ण के मथुरा प्रस्थान से पूर्व उन्हें वैजयंती माला पहनाई थी।

राधा के अंतिम क्षणों में उनकी इच्छा पूरी करने के लिए श्री कृष्ण ने कई दिनों तक दिन-रात बांसुरी बजाई थी। इस बांसुरी को सुनते हुए ही राधा ने अपने प्राण त्यागे थे।